संवेदनशील क्षेत्र
मा ओवादियों के मूवमेंट को देखते हुए बीजापुर के भोपालपटन्म इलाके को बेहद संवेदनशील माना जाता है। वहीं प्रशासनिक अमले के अंदरूनी इलाकों में नहीं आने से तस्करी करने वाले सक्रिय रहते है। यहां कटाई के बाद तिमेड़ नदी के सहारे इन लट्ठों को तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और महाराष्ट्र के सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचाया जाता है। वहीं इसमें लगे हुए निशान के आधार पर उनके साथी लकडिय़ों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा देते है।
इसी तरह इंद्रावती नदी के रास्ते महाराष्ट्र और तेलंगाना लकडिय़ा ले जाई जाती है। पिछले 2018-19 में बीजापुर जिले में वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए कुल 86 नग सागौन के गोले जब्त किए। इनकी अनुमानित कीमत 8 लाख रुपए थी। इसी तरह भोपालपटनम परिक्षेत्र तिमेड घाट के पास भी दबिश दी गई थी। लेकिन, वन अमले के पहुंचने भनक मिलते ही तस्करी करने वाले फरार हो गए।
अवैध क टाई और तस्करी करने वाले गिरोह को पकडऩे के लिए स्थानीय टीम को गश्त करने के निर्देश दिए गए है। उनकी सक्रियता के चलते गरियाबंद और सरगुजा वनवृत में पिछले सप्ताहभर में 30 लाख रुपए का लकड़ी पकड़ी
गई है।
राकेश चतुर्वेदी, पीसीसीएफ