जेटली के इस ट्वीट से शुरू हुआ मामला
जेटली ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा कि बीते छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने माओवादियों से गठबंधन किया। राहुल गांधी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में टुकड़े-टुकड़े गैंग से कंधे से कंधा मिलाकर खड़े थे। वहीं शहरी माओवादियों को बचाने के लिए कांग्रेस अदालत में फ्रंटफुट पर खड़ी है। इस ट्वीट ने कांंग्रेस के जख्मों को कुरेद दिया है।
सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक के बाद एक ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री को जवाब दिया। भूपेश बघेल ने लिखा ब्लॉग मंत्री जेटली जी! झीरम का नाम तो सुना ही होगा। 2013 में विधानसभा चुनाव से पहले माओवादियों के सहयोग से हुई सुपारी कीलिंग क्या भूल गए आप।
हमारे सभी नेताओं का नाम पूछ-पूछकर माओवादियों ने मारा था। महेंद्र भैया, नंदू भैया, विद्या भैया सहित 31 कांग्रेस नेता शहीद हुए थे। भूपेश ने बेहद तीखे शब्दों में कहा, इसके बाद भी आप हमपर माओवादियों के साथ गठजोड़ का निहायत ही बेहुदा, बेतुका और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने लिखा कि कांग्रेस का गठबंधन किसानों, आदिवासियों, महिलाओं और युवाओं के साथ है। छत्तीसगढ़ की महान जनता और लोकतंत्र का अपमान न करें, साहब! बाकी गेट वेल सून।