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कहीं 9 साल बाद अपराध दर्ज, तो कहीं 15 साल पुराने मामले निपटाए

locationरायपुरPublished: Aug 28, 2020 02:18:57 am

Submitted by:

Devendra sahu

थानों में पुराने प्रकरणों की खुलने लगी फाइल, एसएसपी के फटकार के बाद सक्रिय हुए थानेदार

कहीं 9 साल बाद अपराध दर्ज, तो कहीं 15 साल पुराने मामले निपटाए

कहीं 9 साल बाद अपराध दर्ज, तो कहीं 15 साल पुराने मामले निपटाए

केस-1
तेलीबांधा इलाके में वर्ष 2011 में एक नवजात का शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने जुलाई 2020 तक किसी के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया था और न ही किसी तरह की जांच आगे बढ़ी थी। करीब सप्ताह भर पहले यह मामला टीआई रमाकांत साहू के संज्ञान में आया। उन्होंने तत्काल अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज किया।
केस-2
कबीर नगर इलाके में वर्ष 2016 से 2019 तक संदिग्ध अवस्था में कई लोगों की मौत हुई थी। इन मामलों की जांच अब तक नहीं हुई थी। टीआई एलपी जायसवाल एेसे पुराने मामलों का गंभीरता निराकरण करना शुरू किया और अगस्त 2020 तक थाने के 30 मर्ग की जांच करके एसडीएम की अनुमति से केस फाइल कर दिया।
केस-३ मौदहापारा थाने में वर्ष 2005 से अब तक डेढ़ सौ से ज्यादा मर्ग एेसे थे, जिनकी मामूली कारणों के चलते जांच नहीं हो पाई थी। इन मामलों की जांच को आगे बढ़ाते हुए टीआई यदुमणि सिदार ने अगस्त 2020 तक 90 से ज्यादा मर्ग का निपटारा किया है। करीब 40 मामले और हैं, जिनकी जांच चल रही है।
एसएसपी की बैठक के बाद आई तेजी
पिछले दिनों एसएसपी अजय यादव ने सभी थानेदारों की बैठक ली थी। क्राइम समीक्षा के दौरान कई थानों में एेसे पेडिंग अपराध थे, जिनकी जांच मामूली कारणों के चलते पूरी नहीं हो पाई थी। इस तरह के प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए इनकी जांच तय समय में पूरी करने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद से कई थानेदारों की सक्रियता बढ़ गई है।

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