सामाजिक कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज के खिलाफ कार्रवाई को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं। सोनी सोरी ने सुधा भारद्वाज पर नक्सलियों से कनेक्शन के आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि जब मेरी गिरफ्तारी हुई थी सबसे पहले सुधा दीदी ने मेरा केस लड़ा था। उनकी वजह से आज मैं जेल से बाहर हूं। सुधा मैम ने मेरा ही नहीं बस्तर के सरकेगुड़ा, एडसमेटा जैसे कई ऐसे केसों की लड़ाई लड़ी है।
ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर बोले सीईसी ओपी रावत, सोशल मीडिया और फेक न्यूज पर होगी कड़ी निगरानी उन्होंने कहा कि बस्तर में आदिवासियों के हितों की लड़ाई वालों पर सरकार नक्सली कनेक्शन का आरोप लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, जो कि बिल्कुल भी गलत है। उन्होंने इस मसले पर प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री रमन सिंह से शांति वार्ता के लिए कहा। जिसमें इलाके का सांसद से लेकर सरपंच तक शामिल होगा और इस मसले पर चर्चा कर समाधान निकालने की कोशिश करेगा।
ये भी पढ़ें: हाथी प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों को बचाने युवकों की अनूठी पहल, वन अमले के साथ मिलकर कर रहे हैं ये काम… सोनी सोरी ने नक्सलवाद के नाम बस्तर के आदिवासियों के साथ बदसलूकी और प्रताडऩा पर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि नक्सली खात्मा के नाम बस्तर में आम आदिवासी मारे जा रहे हैं। उन्होंने नुलकतोड़ मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए सुरक्षा बलों पर भोले भाले आदिवासियों की हत्या का आरोप लगाया।