दरअसल केंद्र सरकार ने राज्यों को नवंबर में 100 प्रतिशत आबादी को पहला डोज लगाने का लक्ष्य दिया है। नवंबर की शुरुआत में केंद्र ने प्लान भी भेजा। इसके तहत घर-घर दस्तक दी जा रही है, छूटे हुए लोगों को प्रोत्साहित करके टीकाकरण केंद्रों तक लाया जा रहा है। गांव के सरपंचों से लेकर वार्ड पार्षदों और ऐसे व्यक्तियों का चयन किया जा रहा है जिनकी बात लोग सुनते हैं, उन सभी को इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। यही वजह है कि आंकड़े बढ़ रहे हैं।
50 प्रतिशत के करीब दोनों डोज लगवाने वालों का आंकड़ा
प्रदेश में वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वालों का आंकड़ा 47 प्रतिशत से अधिक जा पहुंचा है। बहुत मुमकिन है कि अगले हफ्ते तक यह आंकड़ा 50 प्रतिशत के पार पहुंच जाए। यानी आधी आबादी फुल वैक्सीनेटेड हो जाएगी।
वैक्सीन की कोई कमी नहीं- राज्य के पास वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। जानकारी के मुताबिक अभी भी 40 लाख के करीब वैक्सीन उपलब्ध है। अगले महीने राज्य सरकार नया आवंटन जारी कर देगी। सरकारी दावों में कहा गया है कि हम रोजाना 4 लाख डोज लगा सकते हैं, मगर इतने लोग तो पहुंचे।
स्वास्थ्य विभाग के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. वीआर भगत ने कहा, छूटे हुए लोगों को घर-घर ढूंढने के अभियान से काफी सफलता मिल रही है। बहुत जल्द हम 90 प्रतिशत लोगों को पहला डोज लगा लेंगे। हमारा पूरा स्टाफ इसी अभियान में जुटा हुआ है।