एम्स की डॉ. शेफाली समेत 10 सदस्यीय टीम ने सृष्टि को इंजेक्शन लगाया है। डॉक्टरों का कहना है कि सृष्टि के जल्द पूरी तरह स्वस्थ हो जाने की उम्मीद है। इंजेक्शन लगने के बाद एम्स के डाक्टरों ने बताया कि सृष्टि को तीन माह तक आइसोलेशन में रहना होगा। इस दौरान धीरे-धीरे इंजेक्शन असर करेगा और उसकी हालत पर लगातार नजर रखनी होगी। मौजूदा स्थिति में सृष्टि वेंटिलेटर पर है। सृष्टि झारखंड के मेदिनीनगर सतीश कुमार रवि की बेटी है। सतीश छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में साउथ इस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एसईसीएल में कार्यरत हैं। सृष्टि लगभग एक साल से वेंटीलेटर पर है। इस बीमारी का इलाज सिर्फ जोलजेस्मा इंजेक्शन है और इसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है। उनके लिए इतनी बड़ी राशि जुटा पाना आसान नहीं था। उन्होंने कई लोगों से मदद की गुहाई लगाई। इसके बाद पिछले छह महीने से छत्तीसगढ़ से लेकर झारखंड तक क्राउड फंडिंग का अभियान चलाया जा रहा था, लेकिन इससे मात्र 40 लाख रुपए ही जुट पाए थे।
- कोल इंडिया ने की बड़ी आर्थिक सहायता
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, चतरा के सांसद सुनील सिंह सहित कई लोगों ने सृष्टि के इलाज की मदद के लिए देश की कई बड़ी कंपनियों को पत्र लिखा था। मेदिनीनगर के उपायुक्त शशि रंजन भी क्राउड फंडिंग के लिए आगे आए थे। उन्होंने कहा था कि मेदिनीनगर जिले की आबादी 20 लाख है और इनमें से यदि 16 लाख लोग 100-100 रुपए भी देंगे तो 16 करोड़ जमा किया जा सकता है। एसईसीएल के कर्मियों ने भी मदद की गुहार लेते हुए कंपनी को पत्र लिखा था। इसके बाद एसईसीएल ने कोल इंडिया को प्रस्ताव भेजा और आखिरकार कोल इंडिया ने अपने एक साधारण कर्मचारी की बेटी के लिए इतनी बड़ी आर्थिक सहायता मंजूर कर ली।
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