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गुटखा कंपनियों के 35 ठिकानों पर राज्य जीएसटी की छापेमारी, लगभग 50 करोड़ टैक्स चोरी की संभावना

locationरायपुरPublished: Jan 27, 2020 04:05:26 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

राज्य सरकार ने जनवरी 2017 से गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं गुटखे के साथ बिकने वाले तंबाकू पाउच पर भी प्रतिबंध कायम है। राज्य सरकार के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कलक्टर, प्रभारी अफसरों को यह नियम कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए थे।

गुटखा कंपनियों के 35 ठिकानों पर राज्य जीएसटी की छापेमारी, लगभग 50 करोड़ टैक्स चोरी की संभावना

गुटखा कंपनियों के 35 ठिकानों पर राज्य जीएसटी की छापेमारी, लगभग 50 करोड़ टैक्स चोरी की संभावना

रायपुर. पान मसाला निर्माता कंपनी और गुटखा के थोक कारोबारियों के ठिकाने पर राज्य जीएसटी ने शनिवार को ताबड़तोड़ कार्यवाही की है। राज्य जीएसटी के इनफोर्समेंट विंग से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य के 35 ठिकानों पर 200 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों की टीम ने दबिश दी, जिसमें करोड़ों की टैक्स चोरी उजागर हुई है। गौरतलब है कि गुटखा पर 28 फीसदी जीएसटी है।

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छापे के दौरान 10 करोड़ की राशि चेक के माध्यम से कंपनी और थोक कारोबारियों की ओर से विभाग को टैक्स चोरी के एवज में जमा की गई। अफसरों ने बताया कि राज्य जीएसटी की यह कार्यवाही मंत्री के निर्देश के बाद की गई है। बीते दिनों राज्य जीएसटी मंत्री (वाणिज्यिकर) टीएस सिंहदेव ने गुटखा कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए थे।

टैक्स चोरी का यह आंकड़ा और बढऩे की संभावना है। टीम ने रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, कोरबा,जांजगीर, जगदलपुर, अंबिकापुर आदि स्थानों पर कार्यवाही की, वहीं कई स्थानों पर जांच-पड़ताल जारी है। यह टैक्स चोरी 50 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। अफसरों का कहना है कि थोक कारोबारी जीएसटी जमा नहीं कर रहे थे। जीएसटी रिटर्न, इनपुट क्रेडिट आदि में भी भारी गड़बडिय़ां मिली है।

राज्य में 2 साल से गुटखा प्रतिबंधित फिर भी खुलेआम बिक्री

राज्य सरकार ने जनवरी 2017 से गुटखा पर प्रतिबंध लगाया गया है, वहीं गुटखे के साथ बिकने वाले तंबाकू पाउच पर भी प्रतिबंध कायम है। राज्य सरकार के निर्देश पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने कलक्टर, प्रभारी अफसरों को यह नियम कड़ाई से लागू करने के निर्देश दिए थे।

सालाना टर्नओवर 500 करोड़ से अधिक

राज्य जीएसटी विशेषज्ञों के मुताबिक प्रतिबंध के बावजूद प्रदेश में गुटखा का सालाना टर्नओवर 500 करोड़ से अधिक बताया जा रहा है। प्रदेश में ऐसा कोई जिला या गांव नहीं है, जहां यह गुटखा आसानी से उपलब्ध नहीं है। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी दफ्तर, गली-मोहल्लों के करीब ठेलों में गुटखा मिलना आम है।

बिलासपुर में सर्वाधिक स्टॉक

छापेमारी में बिलासपुर जिले में सर्वाधिक स्टॉक प्राप्त किया गया, वहीं कई स्थानों पर स्टॉक, कम्प्युटर और कार्यालय में दस्तावेजों की जांच की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जिस तरह पान मसाला और गुटखा कंपनियों पर कार्यवाही हुई है इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि राज्य सरकार एक बार फिर प्रतिबंध को लेकर सख्ती बरतने वाली है।

इन जिलों में एक साथ दबिश

स्वास्थ्य व वाणिज्यिक कर मंत्री के दिशा-निर्देश के बाद राज्य जीएसटी की टीम ने जिलों में एक साथ दबिश दी गई। अभी रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर, जगदलपुर, अंबिकापुर सहित अनेक जिलों में कार्यवाही जारी है।

अभी तक करोड़ों की टैक्स चोरी पकड़ी गई है, वहीं थोक कारोबारियों ने 10 करोड़ की टैक्स चोरी चेक के माध्यम से विभाग में जमा कराया है। कार्यवाही जारी है। गुटखा, पान मसाला के थोक कारोबारियों के द्वारा टैक्स चोरी की शिकायतों के आधार पर दबिश दी गई।
-गोपाल वर्मा
प्रभारी, प्रवर्तन विभाग( राज्य जीएसटी)

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