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संपत्ति की जानकारी देने से बच रहे प्रदेश के आईएएस अफसर

locationरायपुरPublished: Aug 08, 2020 01:31:33 am

पिछले वर्ष 40 अफसरों को जारी हुआ था नोटिस

संपत्ति की जानकारी देने से बच रहे प्रदेश के आईएएस अफसर

संपत्ति की जानकारी देने से बच रहे प्रदेश के आईएएस अफसर

रायपुर. केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश के बाद भी छत्तीसगढ़ में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अफसर संपत्ति की जानकारी देने में बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इसमें नए अफसरों की संख्या ज्यादा बताई जाती है। वर्ष 2019 में भी करीब 40 आईएएस अफसरों ने तय समय पर संपत्ति की जानकारी नहीं दी थी। इन्हें बाद में नोटिस भी जारी किया था। इस साल भी लगभग यही स्थिति बनती नजर आ रही है।
केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के निर्देश के मुताबिक आईएएस अफसरों को 2019 की अचल संपत्ति का ब्योरा 1 जनवरी 2020 से 31 जनवरी 2020 के बीच देना था। सूत्रों का कहना है कि इस निर्देश के बाद भी छत्तीसगढ़ के कुछ अफसरों ने अपनी संपत्ति का ब्योरा अब तक नहीं दिया है। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में आईएएस अफसरों के 178 पद स्वीकृत है। हालांकि वर्तमान में केवल 152 आईएएस अफसर पदस्थ है। बता दें कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को हर साल अपनी अचल संपत्ति का ब्योरा सामान्य प्रशासन विभाग को देने का आदेश है। राज्य में पदस्थ अधिकारी नियमित रूप से यह ब्योरा देते हैं, लेकिन समय पर जानकारी न देने पर विभाग द्वारा उन्हें अवगत करवा कर ब्योरा लिया जाता है।
56 अफसर करोड़पति

आईएएस अफसरों की पुरानी संपत्ति ब्योरा का हिसाब-किताब देखे तो करीब 56 आईएएस अफसर एेसे हैं, जो कि करोड़पति की श्रेणी में आते हैं। इनके पास 1 करोड़ से लेकर 7 करोड़ तक की संपत्ति है। इनमें से अधिकांश के पास परिवारिक संपत्ति है।
खेती-किसानी में भी रुचि

आईएएस अफसर भी खेती-किसानी में रुचि दिखा रहे हैं। प्रदेश के एेसे बहुत से आईएएस अफसर है, जिन्होंने राजधानी के आसपास से लगे क्षेत्रों में फार्म हाउस ले रखा है। बहीं सूत्रों का कहना है कि कुछ आईएएस शेयर मार्केट और गोल्ड में ज्यादा पैसा लगाते हैं। सोना में छूट मिलने के कारण अफसरों को ज्यादा दिक्कत नहीं आती है।
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