इस रोग में हाथों को या तो खौलते पानी डाल दो या आग की लपटों में, कोई दर्द महसूस नहीं होता है। जानिए इन दो बच्चों की कहानी -एसएमएस अस्पताल में ईरान के मरीज के बोनमैरो ट्रांसप्लांट के बाद अब स्किन विभाग में अफगानिस्तान के दो बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
– दोनों बच्चों को हेरिडिटी सेंसरी एंड ऑटोमेटिक न्यूरोपैथी (एचएसएनए) नामक बीमारी है। – इस कारण जन्म के साथ ही उनके हाथों में अल्सर हो चुका है। – इलाज के लिए 17 फरवरी को उन्हें भर्ती किया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, 2 लाख लोगों में से किन्हीं एक को यह बीमारी होती है।
– अफगानिस्तान में सालिया और मो. अब्दुल शाह को बचपन से ही गर्म, ठंडा, दर्द या किसी प्रकार का दबाव महसूस नहीं होता था। – इसलिए कई बार उनके हाथ-पैर जल भी चुके हैं। वहां कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन सही इलाज नहीं हो सका, नतीजतन बीमारी बढ़ती गई।
– ऐसे में अफगानिस्तान में उनके चाचा ने जयपुर में अपने दोस्त से संपर्क किया और बच्चों को एसएमएस में भर्ती किया गया। – स्किन के साथ न्यूरोलॉजी विभाग का इलाज भी बच्चों को दिया जा रहा है।
– स्किन विभाग के हेड और सीनियर प्रोफेसर डॉ.दीपक माथुर के मुताबिक एस एम एसअस्पताल मेडिकल टूरिज्म में तेजी से बढ़ रहा है। नई तकनीक और रिसर्च लेवल पर काफी काम किए जा रहे हैं। अफगानिस्तान से बच्चों का आना इसका उदाहरण है।