सुबह पांच बजे निकल रहे घर से स्वच्छता रैकिंग 2022 का खौफ नगर निगक के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों में इस कदर है कि जोनों के जोन कमिश्नर से लेकर स्वच्छता निरीक्षक तक सुबह पांच बजे अपने घरों से निकल जाते हैं। इसके बाद वार्डों में सफाई कराने में दोपहर 12 बजे सफाई कराने में व्यस्त रहते हैं।
इंजीनियरों की भी लगाई ड्यूटी नगर निगम के इंजीनियरों की भी निगम प्रशासन ने स्वच्छता रैंकिंग में सुधार के लिए ड्यूटी लगाई है। निगम के इंजीनियर अपने मूल कार्य को छोड़कर वार्डों में सफाई कराने में व्यस्त है। दोपहर में जैसे-तैसे आफिस पहुंचते हैं, तो फाइलों का अंबार टेबल पर लगी रहता है। कई बार तो इंजीनियर खिसिया कर फाइल को बाजू में कर देते है यह कहकर कि आज थक गए हैं कल देखेंगे।
वार्ड के लोग कह रहे ऐसी रोज होती सफाई वार्डों के लोग सफाई व्यवस्था चाक-चौबंद कराने में जुटे अधिकारियों-कर्मचारियों को देखकर कहने लगे हैं कि काश, हर दिन ऐसी सफाई होती। साथ ही यह भी कहते नजर आते है कि सरकार को हर तीन माह में स्वच्छता रैंकिंग तय करनी चाहिए, तो वार्डों की सफाई व्यवस्था हमेशा चाक- चौबंद रहे।