प्रदेश में मानसून 13 जून के आसपास पहुंचेगा
उधर, दक्षिण-पश्चिम मानसून (South West Monsoon) की गतिविधियां केरल में शुरू हो गई है। तीन जून को केरल में मानसून पहुंचने की संभावना है। इसके बाद छत्तीसगढ़ के बस्तर में 10 दिन बाद मानसून पहुंचेगा। फिर एक सप्ताह बाद राजधानी रायपुर पहुंचने की संभावना है। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार केरल में विशेष वर्षा वितरण में वृद्धि हुई है। पश्चिमी हवाओं दक्षिण अरब सागर के निचले स्तरों में गति बढ़ गई है और गहरा गया है।
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उपग्रह से प्राप्त बादल के चित्र अनुसार, केरल के तट और आसपास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं। उपरोक्त स्थितियां अगले 24 घंटों के दौरान केरल में वर्षा गतिविधि में और वृद्धि करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बने रहने की संभावना है। इसलिए केरल में मानसून की शुरुआत इसी अवधि अर्थात 03 जून के दौरान प्रारंभ होने की संभावना है।कुछ स्थानों पर बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक दास ने बताया कि हवा का एक चक्रीय चक्रवाती घेरा 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर दक्षिण छत्तीसगढ़ में स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। 3 जून को प्रदेश के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
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प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। वहीं बुधवार को शहर का तापमान अधिकतम 37.4 और न्यूनतम 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।