script

अंतागढ़ टेप कांड की याचिका SC ने स्वीकारी, कांग्रेस ने की थी कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग

locationरायपुरPublished: Nov 11, 2017 12:51:14 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

बिलासपुर हाईकोर्ट से मामला खारिज हो जाने के बाद कांग्रेस ने अंतागढ़ टेप कांड मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

Antagarh Tape case
रायपुर . सुप्रीम कोर्ट ने अंतागढ़ टेप कांड से जुड़ी याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने यह याचिका दाखिल की है। बिलासपुर हाईकोर्ट से मामला खारिज हो जाने के बाद कांग्रेस ने 6 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
इस याचिका में भूपेश ने भारत सरकार, भारत निर्वाचन आयोग, छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, रमन सिंह , अजीत प्रमोद कुमार जोगी, अमित कुमार जोगी, मंतूराम पंवार, पुनीत गुप्ता, भोजराज नाग, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव, विधि एवं विधायी कार्यविभाग के सचिव, केंद्रीय गृह सचिव और केंद्रीय कानून सचिव को प्रतिवादी बनाया है। भूपेश बघेल ने अंतागढ़ में कांग्रेस के प्रत्याशी की नाम वापसी को षड़यंत्र बताते हुए पूरे मामले की न्यायालय की निगरानी में विशेष दल से जांच कराने की मांग की है।
एक याचिका उच्च न्यायालय में भी लंबित
चुनाव भाजपा के भोजराज नाग ने जीता। दूसरे स्थान पर रहे अम्बेडकराइट्स पार्टी ऑफ इंडिया के रूपधर पुड़ो ने हाईकोर्ट में निर्वाचन को चुनौती दी। उनका कहना था कि उनको चुनाव से हट जाने के लिए धमकी दी गई। चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग हुआ। मामला अभी लंबित है।
क्या है अंतागढ़ टेप कांड विवाद
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में राज्य का अंतागढ़ उपचुनाव उस समय सुर्खियों में आया था, जब अंतागढ़ सीट के लिए मंतूराम पंवार कांग्रेस की तरफ से अधिकृत प्रत्याशी बनाए गए थे। लेकिन पवार ने नामांकन दाखिल करने के बावजूद पार्टी को सूचना दिए बगैर ऐन वक्त पर विधायक का चुनाव लडऩे से इनकार करते हुए अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद खरीद-फरोख्त के आरोप लगे और इसका एक टेप भी सामने आया, जिसमें कथित रूप से पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी और सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता की आवाजें होने की बात कही गई।
इस टेप के जारी होने के बाद छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में सियासी घमासान मच गया था, जिसका सीधा असर कांग्रेस पार्टी में के फूट के रूप में दिखा। इस टेपकांड विवाद को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई। इसका परिणाम यह हुआ कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर अपनी नई पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का गठन कर लिया।

ट्रेंडिंग वीडियो