सूर्य ग्रहण का समय
4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारतीय समय के मुताबिक सुबह 10 बजकर 59 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा।
सूर्य ग्रहण का प्रभाव
ज्योतिष के अनुसार इस ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बनने जा रहा है। साथ ही इस ग्रहण में चंद्रमा और बुध का भी योग होगा। सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की संभावना बन सकती है। वृश्चिक राशि वृष की राशि है इसीलिए बीमारी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ सकती है। इसके अलावा आकस्मिक दुर्घटना जैसी स्थिति बन सकती है।
जानें कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण
बता दें कि सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या और चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक सूर्य ग्रहण तब लगता है जब सूर्य पृथ्वी और चंद्रमा के बीच आ जाता है। 4 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण मार्गशीर्ष माह की अमावस्या यानि कृष्ण पक्ष को पड़ रहा है। खबरों की मानें भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। सूर्य ग्रहण दक्षिण अफ्रीका, अंटार्टिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका और अटलांटिक के दक्षिण भाग के लोग ही देख सकते हैं।
ग्रहण के समय ये काम भूल कर भी न करें
– सूर्य ग्रहण के समय भोजन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
– ग्रहण के समय न तो कोई नया कार्य आरंभ करें और न ही कोई मांगलिक कार्य करें।
– इस दौरान कंघी और नाखून भी नहीं काटना चाहिए।
– ग्रहण के समय बिल्कुल भी सोना नहीं चाहिए।
– साथ ही धारदार चीजों का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
– ग्रहण से पहले पके भोजन हुए भोजन में तुलसी का पत्ता रखें।
– इसके साथ ग्रहण के समय घर के मंदिर के कपट को बंद कर देना चाहिए।
ग्रहण के समय करें ये काम होगा शुभ
– ग्रहण के समय इष्ट देव की पूजा करनी चाहिए। और उनके मंत्रों का जप करना चाहिए।
– सूर्य ग्रहण के समय दान करना चाहिए। इस समय दान करना शुभ माना गया है।
– ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना चाहिए। साथ ही घर की भी सफाई करनी चाहिए।
– इसके बाद घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।