इधर फैसले में देरी से कांग्र्रेसी कार्यकर्ताओं में तनाव बढ़ गया। राजधानी रायपुर में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआइ के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के शांति नगर स्थित सरकारी बंगले के भीतर-बाहर जमे रहे। वहां भूपेश के समर्थन में नारेबाजी होती रही। वहीं टीएस सिंहदेव के बंगले में भी सरगुजा क्षेत्र से आए उनके समर्थकों ने डेरा डाले रखा। वहां नारेबाजी और आतिशबाजी का दौर शाम से ही शुरू हो गया था।
इस हंगामे के बीच भूपेश बघेल अपने भिलाई स्थित निवास और टीएस सिंहदेव राजकुमार कॉलेज स्थित निवास में चले गए थे। डॉ. चरणदास महंत के देवेंद्र नगर स्थित बंगले पर भी दिन भर समर्थकों का तांता लगा रहा। महंत के जन्मदिन की वजह से भी बहुत से लोग उनको बधाई देने पहुंचे थे। इधर मुख्यमंत्री पद के एक और दावेदार ताम्रध्वज साहू गुरुवार सुबह संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने चले गए। कायश यही लगाया जा रहा था कि रात तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी।
राहुल बोले, मुख्यमंत्री का चेहरा जल्द
इधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि जल्दी ही आप मुख्यमंत्री का चेहरा देखेंगे। अभी विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं की राय जान रहा हूं।
भूपेश के बंगले में भिड़े समर्थक
गुरुवार दोपहर प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल के सरकारी बंगले में दो कांग्रेस कार्यकर्ता बहस के बाद आपस में लड़ पड़े। बात मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अलग-अलग पसंद की थी। इस बीच एक कार्यकर्ता की पिटाई हो गई। वहां मौजूद लोगों ने दोनों को अलग किया।
साइंस कॉलेज मैदान में शपथ लेगी नई सरकार
मुख्यमंत्री का चेहरा तय करने की कांग्रेस की माथापच्ची के बीच प्रशासन शपथ ग्रहण की तैयारियों में जुट गया है। प्रशासनिक अमले ने गुरुवार सुबह से ही रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में मोर्चा संभाल लिया। इसी मैदान पर 15 दिसम्बर को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल कांग्रेस के नेतृत्व वाली नई सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी।