जेल में भी नहीं रुक रही दादागिरी
महिला जेल प्रहरी माधुरी वर्मा ने मोनिका को अनुशासन में रहने कि बात कही थी। जेल के भीतर के कायदों को अपनाने को कहा, ये बात मोनिका को रास न आई, उसने पहले तो माधुरी के साथ बहस शुरू की और मौका पाकर उस पर हमला कर दिया। पहले माधुरी को मार-मार कर जमीन में गिराया फिर नीचे लेता कर लात घूसों से हाथ तोड़ दिया। जैसे तैसे जेल के बाकी स्टाफ वहां पहुंचे और माधुरी को मोनिका से बचा कर बाहर लाए। जेलर ने बताया की मोनिका जिले में जाने के बाद भी नहीं बदली है। कभी दूसरी कैदियों को धमकाती है तो कभी जेल में तैनात सुरक्षाकर्मियों से उलझ जाती है। इसी चक्कर ने अब इसने महिला जेल प्रहरी को पीटा है। जब मोनिका को तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था तब उसने गिरफतरि के विरूद्ध में अपने कलाई में डाली चूड़ी को तोडा और मुँह में रख कर चबा ली। जिसके बाद उसके थाने से पहले अस्पताल ले जाया गया। कोर्ट परिसर में भी उसने जम कर तमाशा किया था।