मजदूर जो समूहों में बाहर के राज्यों से आ रहे हैं, उन्हें फैसिलिटी क्वारंटाइन ही किया जाए। जिनमें लक्षण दिखाई दे रहे हैं उनके तत्काल सैंपल लिए लें। संक्रमित पाए जाने पर कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाए। ध्यान रखें कि कांटेक्ट कितने दिनों से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है। 5 दिन या कोरोना के लक्षण, जो भी पहले हो आने पर सैंपल लें।
कांटेक्ट व्यक्ति का क्वारंटाइन संक्रमित व्यक्ति के पॉजिटिव आने के दिन से गिना जाए। पांचवे दिन सैंपल लिया जा सकता है।
लो रिस्क कांटेक्ट वालों को होम क्वारंटाइन करें, नियमों का पालन करवाएं। इनमें लक्षण दिखाई दे तो ही सैंपल लिया जाए। यदि प्राइमरी कांटेक्ट में दो-तीन संक्रमित मरीज मिलते हैं तो फिर लो-रिस्क वाले का भी सैंपल लें।
सेंकेडरी कांटेक्ट की ट्रेसिंग तभी की जाए जब प्राइमरी संक्रमित आए। सेंकेडरी कांटेक्ट के सैंपल लेने, क्वारंटाइन करने की आवश्यकता नहीं।