डीजीपी डीएम अवस्थी ने आदेश जारी किया है कि किसी भी थाना क्षेत्र में शराब तस्करी और सट्टा चलने पर संबंधित इलाके के थाना प्रभारी, एसडीओपी के अलावा जिले के पुलिस अधीक्षक भी जिम्मेदार होंगे। इस तरह के अवैध धंधा होते पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
रायपुर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों का शराब खप रहा है। पुलिस इसका नेटवर्क खंगाल रही है। पिछले दिनों मंदिरहसौद और टिकरापारा इलाके से पुलिस ने बड़ी मात्रा में शराब पकड़ा था, जो दूसरे राज्यों से आया था। मंदिरहसौद से दो सौ पेटी से अधिक और टिकरापारा से 175 पेटी शराब जब्त किया गया था। हालांकि इन दोनों मामलों में स्थानीय स्तर पर किसी बड़े शराब तस्कर का नाम सामने नहीं आया है। पुलिस दूसरे राज्यों के शराब तस्करों के नेटवर्क की जांच में लगी हुई है।
शराब तस्करों की तरह ही पुराने हिस्ट्रीशीटर सट्टे के कारोबार भी संचालित कर रहे हैं। कोतवाली, सिविल लाइन, पंडरी, आमानाका, टिकरापारा, राजेंद्र नगर, पुरानी बस्ती, डीडी नगर, सरस्वती नगर, गोलबाजार, विधानसभा इलाके में पुराने सटोरिए सक्रिय रहते हैं। पुलिस इन सटोरियों की कुंडली तैयार कर रही है।
हाइवे से लगे बार, रेस्टोरेंट और होटल-ढाबों में भी अवैश रूप से तस्करी का शराब खप रहा है। खासकर ग्रामीण इलाके के ढाबों में देर रात तक देशी मदिरा अधिक दामों में बेचा जा रहा है। आरंग, अभनपुर, राखी, मंदिरहसौद इलाके के कई ढाबों में शराब उपलब्ध कराया जा रहा है।
पुलिस शराब तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। दूसरे राज्यों के नेटवर्क से जुड़े लोगों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें काम कर रही है। सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश है कि शराब तस्करों और सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई करना है।