scriptछग की गंगा मैली, नहीं ले रहा कोई सुध, घाट तो बना, पिंडदान के लिए पानी का अभाव | The Ganga of Cg is dirty, it is not taking any improvement, ghat is b | Patrika News

छग की गंगा मैली, नहीं ले रहा कोई सुध, घाट तो बना, पिंडदान के लिए पानी का अभाव

locationरायपुरPublished: May 08, 2021 06:10:47 pm

Submitted by:

dharmendra ghidode

बड़ी संख्या में करने लोग आ रहे अस्थि विसर्जन करने, बिना ई-पास व कोरोना जांच के कर रहे नगर में प्रवेश
 

छग की गंगा मैली, नहीं ले रहा कोई सुध, घाट तो बना, पिंडदान के लिए पानी का अभाव

छग की गंगा मैली, नहीं ले रहा कोई सुध, घाट तो बना, पिंडदान के लिए पानी का अभाव

नवापारा-राजिम. छग की गंगा त्रिवेणी संगम इतनी मैली हो गई है कि उसके पानी में पैर रखना बीमारी को आमंत्रण देना है। जबकि त्रिवेणी रूपी गंगा में छगवासियों की अटूट श्रध्दा है। कहा जाता है कि जितना महत्व प्रयागराज में अस्थि विसर्जन का है, उतना ही महत्व त्रिवेणी संगम में अस्थि विसर्जन का है। इसे छग का प्रयागराज भी कहा जाता है। इस प्रयाग रूपी गंगा में घास, काप और अन्य गंदगी इतनी अधिक हो गई है, मगर इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
शासन ने संगम में प्रयागराज की भांति संगम के दोनों छोर नवापारा और राजिम में घाट तो बना दिए, पानी रोकने के लिए करोड़ों की एनिकट बना दिए, मगर पिंडदान करने के लिए संगम में पानी का अभाव है। जो भी श्रध्दालु पिंडदान करने आते हैं, पानी का अभाव और गंदगी देख मायूस हो जाते हैं। कोरोनाकाल के पूर्व तो प्रतिदिन पिंडदान करने वालों की संख्या दो अंकों तक सीमित रहती थी, मगर अब यह आंकड़ा बढ़कर तीन अंकों तक पहुंच गई है, जिसके चलते पिंडदान करने वालों के लिए स्थल का भी अभाव होने लगा है। स्थिति यह है कि ये श्रद्धालु सब्जी मार्केट में बैठकर पिंडदान की पूजा करवाते हैं।
नगर सहित पूरे जिले में लॉकडाउन व ं धारा 144 लागू है, लेकिन इसका पालन नगर में तो नहीं हो पा रहा है और ना ही पुलिस इसका पालन करा पा रही है। गुरुवार को तहसीलदार केके साहू के निर्देश पर सीएमओ नगरपालिका राजेन्द्र पात्रे, टीआई कृष्णचन्द्र सिदार सहित पालिका व पुलिस की संयुक्त टीम ने चालानी कार्रवाई की। जिसमें बिना ई-पास के अस्थि विसर्जन के लिए आने वाले, बिना मास्क के लोगों सहित दुकानदारों पर भी चालानी कार्रवाई की गई।
तहसीलदार केके साहू ने अस्थि विसर्जन के लिए हो रही अव्यवस्था के संबंध में पूछने पर कहा कि उन्होंने सीएमओ नगरपालिका को जो उचित व्यवस्था हो सकती है, उसे करने निर्देशित किया और व्यवस्था के संबंध में लोगों से रायशुमारी भी की। उन्होंने यह भी कहा कि जनशिकायत मिलने पर मैं स्वयं यहां पर हो रही अव्यवस्था को देख दोनों अधिकारियों को बुलाकर रायमशविरा कर निर्देशित कर दिया गया है। साथ ही कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने वालों पर चालानी कार्रवाई करने का आदेश दिया। टीआई कृष्णचन्द्र सिदार से भी उन्होंने चर्चा कर बगैर ई-पास वाले गाडिय़ों को बस स्टैण्ड व नेहरू घाट पर चेकिंग की व्यवस्था कर दी जाए।
वार्ड पार्षद व सभापति अजय कोचर ने कहा कि वार्ड में 22 लोगों के पॉजिटिव आने के बाद बेरिकेड्स लगाकर कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। उसके बाद भी सैकड़ों की संख्या में अस्थि विसर्जन करने वालों की गाडिय़ंा कैसे अंदर आ जाती थी, समझ से परे है।
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