scriptवोकल फॉर लोकल ने बदली तकदीर, एलोवेरा, शहद, आंवला जैसे पैकेटबंद उत्पाद बेचकर संवर रहा आदिवासियों का जीवन | The life of the tribals improved by selling aloe vera, honey and amla | Patrika News

वोकल फॉर लोकल ने बदली तकदीर, एलोवेरा, शहद, आंवला जैसे पैकेटबंद उत्पाद बेचकर संवर रहा आदिवासियों का जीवन

locationरायपुरPublished: Nov 29, 2022 08:57:42 am

Submitted by:

Dinesh Yadu

– साबुन, लोशन सहित कई तरह के उत्पाद संजीवनी केंद्र में मौजूद – अमरीका-लंदन तक में है डिमांड

वोकल फॉर लोकल ने बदली तकदीर, एलोवेरा, शहद, आंवला जैसे पैकेटबंद उत्पाद बेचकर संवर रहा आदिवासियों का जीवन

वोकल फॉर लोकल ने बदली तकदीर, एलोवेरा, शहद, आंवला जैसे पैकेटबंद उत्पाद बेचकर संवर रहा आदिवासियों का जीवन

दिनेश यदु @ रायपुर. छत्तीसगढ़ के जंगलों (Forests of Chhattisgarh) से निकलने वाले ईमली, महुआ, एलोवेरा, शहद, जामुन, आंवला (Tamarind, Mahua, Aloe vera, Honey, Jamun, Amla) सहित ऐसे कई वनोपज है, जिससे वन विभाग के साथ ही उनसे जुड़ी समितियों के लोगों को भी लाभ हो रहा है। छत्तीसगढ़ हर्बल्स ब्रांड (Chhattisgarh Herbals Brand) के उत्पादों की मांग देश-प्रदेश सहित अमरीका-लंदन में भी बढऩे लगी है। वन विभाग की समितियों (Forest Department Committees) में शामिल आदिवासी परिवार (tribal family) एलोवेरा से साबुन, मॉश्चराइजर, जेल जैसे उत्पादों का निर्माण और पैकेटबंद कर संजीवनी को सप्लाई कर रहे हैं। इससे उनकी आय में इजाफा हुआ है। इससे पहले छत्तीसगढ़ हर्बल द्वारा कोरोना संक्रमण काल के दौरान जशपुर के महुआ से सेनिटाइजर (Sanitizer from Mahua of Jashpur) बनाया गया था, जिसे लोगों ने बहुत खरीदा, पर अब सेनिटाइजर का उपयोग कम हो गया है।
स्किन की समस्या दूर करने में कारगर है एलोवेरा
छत्तीसगढ़ हर्बल के मार्केटिंग प्रमुख यतीन्द्र साहू ने बताया कि लोगों के स्किन व कई तरह की समस्या बढ़ते जा रहीं ,जिसके लिए बाजार में कई कंपनी द्वारा साबुन, जेल व मॉश्चराइजर (soap, gel and moisturizer) का निर्माण किया गया है। हम भी प्रदेश के एलोवेरा से इन सब चीजों का निर्माण करके संजीवनी केन्द्र के माध्यम से बिक्री शुरू की है। इसके साथ ही संजीवनी में बिस्किट भी उपलब्ध है।
वोकल फॉर लोकल ने बदली तकदीर, एलोवेरा, शहद, आंवला जैसे पैकेटबंद उत्पाद बेचकर संवर रहा आदिवासियों का जीवन
IMAGE CREDIT: Dinesh Yadu @ Patrika Raipur
विदेशों व दूसरे राज्यों में भी मांग
प्रदेश के हर्बल्स के अनेक उत्पादों को पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान मिल रही है। ऑनलाइन बाजार में छत्तीसगढ़ हर्बल्स साबुन, जेल व मॉश्चराइजर के साथ लघु वनोपज सहकारी संघ के माध्यम से 150 से भी अधिक उत्पादों की बिक्री हो रही हैं। अमरीका, लंदन सहित कई ऐसे देश है, जहां पर छत्तीसगढ़ हर्बल को लोग ऑनलाइन मंगा रहे है। प्रदेश के सभी जिलों में 30 संजीवनी केंद्र की शुरुआत की गई है, जहां हर्बल ब्रांड के उत्पादों की बिक्री की जा रही है। बाहर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं गोवा में भी मांग है। इसके विक्रय के लिये जल्द ही दुकानें लगाई जाएंगी।
वनोपज से बन रहे ये उत्पाद
हर्बल ब्रांड में भृंगराज तेल, नीम तेल, हर्बल साबुन, च्यवनप्राश, शुद्ध शहद, सेनिटाइजर, हर्बल हवन सामग्री, बीज तेल, आंवला जूस, बेल शर्बत, जामुन जूस, महुआ आरटीएस, महुआ स्क्वैश, हर्बल कॉफी, आंवला लच्छा, अचार, पाचक कैंडी, बेल मुरब्बा, चाय उपलब्ध है। जबकि, महुआ के लड्डू, जैम, कुकीज, अचार, चिक्की, चंक्स और इमली के ब्रिक्स, कैंडी, कौंचपाक, इमली सॉस एवं जामुन चिप्स, मसाला गुड़ पाउडर एवं आयुर्वेद चूर्ण के विभिन्न उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है।
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