जल्द पैसा कमाने की सनक
पुलिस के मुताबिक आमीन को जल्द पैसा कमाने की सनक थी। उसका सोहेल के दुकान में आना-जाना था। इस कारण दोनों में पहचान थी। उसके कारोबार को देखकर उसने उसके अपहरण का प्लान बनाया और अपने साथियों पीयूष, फ्रांसिस और संदीप को प्लान बताया। सभी को फिरौती की रकम से ५-५ लाख रुपए देने का आश्वासन दिया। इसके बाद इंस्टाग्राम में युवती की फर्जी आईडी बनाकर सोहेल से चैटिंग करता रहा।
पुलिस के मुताबिक आमीन को जल्द पैसा कमाने की सनक थी। उसका सोहेल के दुकान में आना-जाना था। इस कारण दोनों में पहचान थी। उसके कारोबार को देखकर उसने उसके अपहरण का प्लान बनाया और अपने साथियों पीयूष, फ्रांसिस और संदीप को प्लान बताया। सभी को फिरौती की रकम से ५-५ लाख रुपए देने का आश्वासन दिया। इसके बाद इंस्टाग्राम में युवती की फर्जी आईडी बनाकर सोहेल से चैटिंग करता रहा।
फोन पर बात करने से किया इनकार
सोशल मीडिया में चैटिंग के दौरान सोहेल ने कई बार फोन नंबर मांगा, लेकिन उसने नहीं दिया और खुद को युवती बताते हुए लगातार चैटिंग करता रहा। इसके बाद कपड़ा दिखाने के बहाने उसे शंकर नगर में बुलाया गया। इसके बाद अपहरण करके उसे ले गए। पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
सोशल मीडिया में चैटिंग के दौरान सोहेल ने कई बार फोन नंबर मांगा, लेकिन उसने नहीं दिया और खुद को युवती बताते हुए लगातार चैटिंग करता रहा। इसके बाद कपड़ा दिखाने के बहाने उसे शंकर नगर में बुलाया गया। इसके बाद अपहरण करके उसे ले गए। पुलिस ने चारों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
आरोपियों का नहीं मिला क्राइम रिकार्ड
अपहरण के आरोप में गिरफ्तार चारों आरोपियों का पुलिस को अब तक क्राइम रिकार्ड नहीं मिला है। और न ही पुलिस पकड़े गए युवकों के कोई स्थायी कामकाज का पता लगा सकी है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए युवक कुछ सटोरियों के लिए बाउंसर का काम करते हैं। और कलेक्शन एजेंट के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हालांकि पुलिस अफसरों का दावा है कि उनके पास आरोपियों के कामकाज को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं है।
अपहरण के आरोप में गिरफ्तार चारों आरोपियों का पुलिस को अब तक क्राइम रिकार्ड नहीं मिला है। और न ही पुलिस पकड़े गए युवकों के कोई स्थायी कामकाज का पता लगा सकी है। सूत्रों के मुताबिक पकड़े गए युवक कुछ सटोरियों के लिए बाउंसर का काम करते हैं। और कलेक्शन एजेंट के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हालांकि पुलिस अफसरों का दावा है कि उनके पास आरोपियों के कामकाज को लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं है।
पूरा मामला अपहरण का है। चौथा आरोपी भी गिरफ्तार हो गया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। किडनैपरों के कामकाज के संबंध में पता नहीं चल पाया है।
-आरके मिश्रा, टीआई, सिविल लाइन, रायपुर
-आरके मिश्रा, टीआई, सिविल लाइन, रायपुर