तीन शिफ्टों में होगी गश्त कोरोना संक्रमण के कारण वनकर्मियों ने अभयारण्यों में चौकसी कम कर दी थी। लिहाजा, शिकारी और तस्कर लोकल लोगों की मदद से एक्टिव हो गए थे। इस बात की जानकारी होने पर विभागीय अधिकारियों ने बीट में पदस्थ कर्मियों को चौबीस घंटे में तीन बार गश्त करने और उसका रिकार्ड बनाने का निर्देश दिया है। अभयारण्यों में पदस्थ अधिकारी रिकार्ड की जानकारी जुटाएंगे और वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराएंगे।
स्पेशल टीम तैनात करने की तैयारी
प्रदेश के अभयारण्यों और जंगलों में शिकार और तस्करी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए विभागीय अधिकारियों ने स्पेशल टीम गठित करने का निर्देश दिया है। विभागीय सूत्रों की मानें तो जल्द ही इस संबंध में सर्कुलर राज्य सरकार या वन अधिकारियों द्वारा जारी किया जा सकता है। स्पेशल टीम किस तरह की होगी और उन्हें क्या-क्या सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी, इसके लिए दूसरे राज्यों के वन विभाग की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया जा रहा है।
शिकारियों से मिले वन्य प्राणियों के अवशेष प्रदेश के कई जिलों में पुलिस और वन विभाग की संयुक्त कार्रवाई में लगातार जीवित वन्य प्राणी और उनके अवशेष लगातार मिल रहे हैं। पिछले दिनों गरियाबंद और कांकेर पुलिस ने कार्रवाई करके शिकारियों को सलाखों के पीछे भेजा है। पिछले एक माह के अंदर दर्जनों शिकारी और वन्य प्राणियों के अवशेष प्रदेश में बरामद किए गए है। इन सभी घटनाओं का खुलासा होने के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने अभयारण्यों और उससे लगी सीमाओं में जांच करने और सख्ती करने का निर्देश दिया है।
बारबेट वायर से घेरा गया
बारनवापारा के चारों कोनो और मुख्य सड़कों पर अस्थायी बैरियर बनाकर सख्ती की जा रही है। जिन इलाकों में संदेहियों का मूवमेंट दिखा है, वहां की जांच करके उन रास्तों को बंद किया गया है। बारनवापारा को बारबेड वायर से घेरा गया है। संदेहियों की जानकारी मिलते ही जांच करके कार्रवाई की जा रही है।
अरुण कुमार पांडेय एपीसीसीएफ, वाइल्ड लाइफ