सर्वे में ही उलझा है कचना फाटक का ओवरब्रिज, पीडब्ल्यूडी को दोबारा प्रस्ताव बनाना पड़ा
रायपुरPublished: Aug 08, 2022 09:47:21 pm
निजी जमीन आ रही निर्माण के दायरे में, मुआवजा तय करने में आ रही थी दिक्कत।
रायपुर। रेलवे स्टेशन से मंदिरहसौद के बीच वाल्टेयर रेल लाइन के दोहरीकरण के काम में तेजी आई है। परंतु इसी बीच खम्हारडीह कचना ओवरब्रिज अभी सर्वे में ही उलझा हुआ है। क्योंकि इस दायरे में 10 लोगों की निजी जमीन फंस रही है। पीडब्ल्यूडी ने पहले जो प्रतिवेदन राजस्व अधिकारियों को भेजा था उसे निरस्त कर दिया गया है। अलग-अलग खसरा नंबर के आधार पर मुआवजा राशि तय करने का हवाला देते हुए पीडब्ल्यूडी ब्रिज जोन से दोबारा प्रतिवेदन जमा कराया है। उसके आधार पर ही अब आगे की प्रक्रिया तय होगी।
पीडब्ल्यूडी के अफसरों के अनुसार कचना रेलवे फाटक पर हर दिन लंबा जाम लग रहा है। यहां ओवरब्रिज बनने से उस क्षेत्र के लगभग डेढ़ लाख लोगों को आवाजाही में बड़ी सुविधा होगी। ओवरब्रिज का प्रस्ताव लंबे समय से फंड के अभाव में अटका हुआ था, परंतु दो-तीन महीना पहले 45 करोड़ की स्वीकृति मिलने से निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। परंतु जमीन का पेंच फंसा हुआ है। राजस्व अधिकारियों की आपत्ति के बाद दोबारा अलग-अलग खसरा नंबरों के आधार पर प्रभावित भूस्वामियों के नामों का प्रस्ताव जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है। मुआवजा राशि तय हो जाने पर आगे की प्रक्रिया बढ़ेगी।
45 करोड़ में बनेगा, ड्राइंग-डिजाइन स्वीकृत
कचना रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण पीडब्ल्यूडी और रेलवे के संयुक्त बजट से होगा। इसका भूमिपूजन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मेडिकल कॉलेज सभागार में दो-तीन महीना पहले किया था। अफसरों के अनुसार 45 करोड़ की स्वीकृति के साथ ही ओवरब्रिज की ड्राइंग-डिजाइन को भी मंजूरी मिल गई है। केवल जमीन अधिग्रहण का ही पेंच फंसा हुआ है। जिसका प्रस्ताव राजस्व विभाग को भेजा गया है।