इस तरह की बेशर्मीखाना मंगाने वाले संपन्न व्यक्ति से जब भोजन बांटने वाले पूछते हैं, तो वे ऐसी मजबूरी बताते हैं, जिसे सुनकर किसी को भी शर्म आ जाए। वे कहते हैं खाना बनाने वाली बाई नहीं आ रही है, ऐसे में खाना नहीं बन पा रहा है। वहीं कुछ लोग कहते हैं घर पर हम सिर्फ पति-पत्नी रहते हैं, पति की तबियत खराब है, उनकी देखरेख करने के कारण खाना बनाने का वक्त नहीं मिलता है। जबकि, इस आलीशान घर की पार्र्किंग में कई महंगी कारें खड़ी थी। [typography_font:14pt;” >रायपुर. कोरोना से प्रभावित ऐसे लोग जिनके घर का राशन खत्म हो गया है और खाना नसीब नहीं हो रहा है, ऐसे लोगों को नगर निगम द्वारा भोजन के पैकेट मुहैया घर तक कराए जा रहे हैं। लेकिन अब कुछ ऐसे संपन्न लोग भी हैं, जो निगम के टोल फ्री नंबर पर झूठ बोलकर अपने घर पर सभी सदस्यों के लिए खाना मंगवाना शुरू कर दिए है। पिछले तीन-चार दिनों से निगम की टीम के साथ ऐसा हो रहा है। हर दिन करीब दस से 15 लोग ऐसे निकल रहे हैं, जिनका आलीशन घर है। घर की पार्र्किंग में महंगी कारें खड़ी हैं, फिर भी भूखे होने की दुहाई देकर निगम में फोन कर खाना मांगते हैं। इसका खुलासा जब भोजन के पैकेट पहुंचाने उनके घर जाते हैं, तब होता है। निगम की टीम उन्हें खाना तो दे देती है, लेकिन साथ ही हाथ जोड़कर गुजारिश करते हैं कि गरीबों का हक तो मत मारो। यह खाना उन लोगों के लिए जो वास्तव में गरीब हैं, बेघर और बेसहारा हैं। साथ ही यह भी कहते हैं कि प्लीज दोबारा फोन मत करना। राशन भी ले रहे और खाना भी मंगा रहे कुछ ऐसे गरीब परिवार भी हैं, जिनके पास राशन कार्ड है और उन लोगों को दो माह का राशन भी मिल चुका है। इसके अलावा ये लोग भी दोपहर और रात में निगम के टोल फ्री नंबर पर फोन कर खाना मंगा रहे हैं।