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दीपोत्सव : दीए बेचने वाले कुम्हारों का जीवन अंधेरे में, उजियारे का इंतजार

locationरायपुरPublished: Nov 09, 2023 03:42:24 pm

Submitted by:

Gulal Verma

दीपावली पर्व पर सभी लोगों के घरों को दीये से रोशन करने वाले कुम्हार आज भी समस्याओं से जकड़े हुए हैं। मिट्टी के दीये, कलश आदि सामान बनाने में उपयोगी मिट्टी, रंग, लकड़ी सहित अन्य वस्तुओं के दाम साल-दर-साल बढ़ रहे हैं। लेकिन मेहनताना में कोई बढ़ोतरी नहीं होती, इसलिए आज भी अधिकांश कुम्हारों की आर्थिक स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ है।

दीपोत्सव : दीए बेचने वाले कुम्हारों का जीवन अंधेरे में, उजियारे का इंतजार
दीपावली पर्व पर सभी लोगों के घरों को दीये से रोशन करने वाले कुम्हार आज भी समस्याओं से जकड़े हुए हैं। मिट्टी के दीये, कलश आदि सामान बनाने में उपयोगी मिट्टी, रंग, लकड़ी सहित अन्य वस्तुओं के दाम साल-दर-साल बढ़ रहे हैं। लेकिन मेहनताना में कोई बढ़ोतरी नहीं होती, इसलिए आज भी अधिकांश कुम्हारों की आर्थिक स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ है। कुम्हार वर्षो से उपेक्षित हैं, जबकि उनका पूरा जीवन माटी पर आश्रित है। इस महंगाई में उन्हें मिट्टी के बर्तनों व मूर्तियों का सही मोल भी नहीं मिलता है। उनके दुखड़ा सुनने के लिए कोई नहीं आता है।
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