रविवि प्रबंधन ने मामले में दोषी छात्र पर कार्रवाई नहीं की तो पीडि़त छात्र डिप्रेशन में चला गया। पीडि़त छात्र का इलाज राजधानी के निजी अस्पताल में किया जा रहा है। छात्र के परिजनों ने विश्वविद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय की एमएसडब्ल्यू अध्ययनशाला में रायपुर निवासी मनीष कुमार कोटवानी तीसरे सेमेस्टर में पढ़ रहे हैं। मनीष अपने क्लास के वाट्सएेप ग्रुप में शामिल है। १४ सितम्बर को मनीष से क्लास के वाट्सएेप ग्रुप में इंटर्नशिप संबंधित मैसेज साथियों से पूछा।
इस सवाल पर एमएसडब्ल्यू तीसरे सेमेस्टर में पढऩे वाला एक छात्र उल्टे सीधे जवाब देने लगा। मनीष ने मना किया तो उसने देर रात फोन किया, फोन नहीं उठाने पर गालियां लिखकर मनीष को वाट्सएेप कर दिया। इससे आहत होकर मनीष ने कॉलेज प्रबंधन को शिकायत की थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस में भी की शिकायत
मनीष ने पत्रिका को बताया कि उसने सरस्वती नगर पुलिस को शिकायत की थी। कॉलेज प्रबंधन और पुलिस अधिकारियों ने समझाइश दी तो आरोपी छात्र ने थाने पहुंचकर समझौता कर लिया। पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे पीडि़त छात्र डिप्रेशन में पहुंच गया।
मामले में रविवि के कुलसचिव गिरीशकांत पांडय का कना है कि इस तरह की शिकायत उनके पास नहीं पहुंची है। शिकायत आने पर वे कार्रवाई करेंगे। पत्रिका ने मामले की जानकारी सरस्वती नगर थाना प्रभारी लोकेश देवांगन से ली। प्रभारी ने बताया कि विश्वविद्यालय में पढऩे वाले मनीष कुमार ने एक अन्य छात्र द्वारा गाली गलौज करने की शिकायत दी थी। हमने दोनो छात्रों को बुलाया तो दोनों ने समझौता कर लिया। पीडि़त शिकायत करेगा तो हम कार्रवाई करेंगे।