सामान्य हाथ से जुड़ी थी नसें
डॉ. जीवन लाल पटेल ने बताया कि ऑपरेशन काफी जटिल था। बच्ची की अतिरिक्त हाथ की नसें सामान्य हाथों की नसों से जुड़ी हुई थी। दोनों हाथों का जोड़ भी एक ही जगह पर था। उन्होंने बताया कि निजी अस्पतालों में इसका ऑपरेशन कराने में मरीज के परिजनों को डेढ़ से दो लाख रुपए खर्च करने पड़ते। डीकेएस में राशन कार्ड से निशुल्क हुआ है।
यह होता है पैरासाइटिक ट्विन्स विशेषज्ञों का कहना है कि यह बहुत ही दुर्लभ बीमारी होती है। मां के पेट में जुड़वा भू्रण में से एक भू्रण से जुड़कर उसके शरीर से पोषण लेते रहता है। जन्म के बाद बच्चे के शरीर से जुड़ा हुआ यह अविकसित भू्रण किसी प्रकार की विकृति के रूप में प्रतीत होता है जैसे दो से अधिक हाथ या पैर होना, पेट या छाती से लटकता हुआ मास का टुकड़ा या पेट के अंदर अविकसित भू्रण होना आदि। इसमें से दो से अधिक हाथ होना अत्यंत ही दुर्लभ है।
प्रदेश के किसी भी अस्पताल में ऐसा ऑपरेशन अभी तक नहीं हुआ है। डीकेएस डॉक्टर ने पहली बार ऐसा ऑपरेशन किया है जो काबिले तारीफ है। यहां पर गरीब लोगों को काफी सस्ते दर पर ऑपरेशन की सुविधा मिल रही है।
डॉ. हेमंत शर्मा, उप-अधीक्षक, डीकेएस, रायपुर