scriptपर्यटन मंडल ने राजस्व बढ़ाने निकाला ये रास्ता, दूसरे राज्यों से सीखा था पैटर्न | The tourism board took this way to increase revenue | Patrika News
रायपुर

पर्यटन मंडल ने राजस्व बढ़ाने निकाला ये रास्ता, दूसरे राज्यों से सीखा था पैटर्न

प्रदेश के पर्यटन स्थलों (PARYATAN MANDAL) में पर्यटकों को रहने-खाने की अच्छी सुविधा मिले और पर्यटन मंडल के राजस्व को बढ़ाया जा सके, इसलिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारी मंडल के होटल-मोटल को किराए पर दे रहे हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इच्छुक कारोबारियों को ये होटल-मोटल 30 साल के लिए किराए पर दिया जाएगा। शासन को प्रपोजल बनाकर भेज दिया गया है। प्रपोजल को हरी झंडी मिलते ही होटल किराए में देने के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा। ग्लोबल स्तर पर होगा टेंडर मंडल के अधिकारियों के अनुसार होटल-मोटल क

रायपुरApr 03, 2022 / 11:32 am

mohit sengar

chitrakoot_1_3101139-m.jpg
रायपुर। प्रदेश के पर्यटन स्थलों (PARYATAN MANDAL) में पर्यटकों को रहने-खाने की अच्छी सुविधा मिले और पर्यटन मंडल के राजस्व को बढ़ाया जा सके, इसलिए छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अधिकारी मंडल के होटल-मोटल को किराए पर दे रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार इच्छुक कारोबारियों को ये होटल-मोटल 30 साल के लिए किराए पर दिया जाएगा। शासन को प्रपोजल बनाकर भेज दिया गया है। प्रपोजल को हरी झंडी मिलते ही होटल किराए में देने के लिए टेंडर जारी कर दिया जाएगा। ग्लोबल स्तर पर होगा टेंडर मंडल के अधिकारियों के अनुसार होटल-मोटल किराए में देने के लिए ग्लोबल टेंडर किया जाएगा। इस टेंडर में प्रदेश के अलावा दूसरे प्रदेश के कारोबारी भी शिरकत कर सकेंगे। टेंडर के दौरान जो कारोबारी सबसे ज्यादा पैसा देगा, उसको होटल-मोटल किराए में दिया जाएगा। टेंडर प्रक्रिया चरणों में की जाएगी, ताकि विवाद की िस्थति नहीं बने।
सफेद हाथी साबित हो रहे होटल-मोटल

पर्यटन मंडल के होटल-मोटल सरकार के लिए सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। वर्तमान में इन होटल-मोटल से नाममात्र की आमदनी हो रही है। यही वजह है कि करोड़ों की लागत से बने होटल-मोटल व रेस्ट हाउसों को ठेके पर देने की तैयारी की जा रही है। कई होटल-मोटल ऐसे स्थानों पर बने हैं, जहां कोई पर्यटन स्थल ही नहीं है।
यहां बने है होटल-मोटल

पर्यटन मंडल (PARYATAN MANDAL) के होटल-मोटलों में टूरिस्ट मोटल केंद्री, भाठागांव, नथिया नवागांव मोटल, टूरिस्ट मोटल कांकेर, भोरमदेव रेस्ट हाउस, मोटल कांपा महासमुंद, लखोली रेस्ट हाउस रायपुर, बालार अर्जुनी रेस्ट हाउस, टूरिस्ट मोटल रायगढ़, टूरिस्ट मोटल आसना, तीरथगढ़, हाराम दंतेवाड़ा, खपरी दुर्ग, तुमड़ीबोड़ राजनांदगांव, तांदुला रेस्ट हाउस, कवर्धा मोटल, कुनकुरी रेस्ट हाउस, खुमार पाकुट रेस्ट हाउस रायगढ़, मोटल सारागांव बिलासपुर, धरमपुरा रेस्ट हाउस, गोंडख़ाम्ही रेस्ट हाउस, खूंटाघाट रेस्ट हाउस, खुड़िया रेस्ट हाउस बिलासपुर, टूरिस्ट मोटल जांजगीर-चांपा, मोटल छादिराम अंबिकापुर, मोटल चिरगुड़ा कोरिया, श्याम घुनघुट्टा अंबिकापुर, कोनकोना कोरबा, माचाडोली कोरबा, टूरिस्ट मोटल राजिम, रेस्ट हाउस कुकदा आदि शामिल हैं।
जो खाली उन्हीं को दिया जाएगा किराए पर

पर्यटन मंडल (PARYATAN MANDAL) के अधिकारियों के अनुसार जगदलपुर के मितान होटल में जिला प्रशासन बस्तर अकादमी ऑफ डांस आर्ट एंड लिटरेचर चला रहा है। इसी तरह से बस्तर के नगरनार मोटल एनएमडीसी को हस्तांतरित कर दिया गया है। महासमुंद के कांपा मितान मोटल में अब कृषि कॉलेज चल रहा है। सिंगारभाठा के मितान होटल को बीएसएफ को किराए पर दिया गया है। केसकाल का जोहार रिसॉर्ट सीआरपीएफ के अधीन है। इन होटल-मोटल पर अभी किसी तरह की छेड़छाड़ मंडल द्वारा नहीं की जाएगी।
ओडिशा-मध्यप्रदेश की पॉलिसी अपनाई

पर्यटन मंडल के अधिकारियों ने प्रदेश के होटल-मोटल को किराए में देने से पूर्व ओडिशा और मध्यप्रदेश का दौरा करके वहां की पर्यटन नीति को समझा था। ओडिशा-मध्यप्रदेश में लंबे समय तक होटल-मोटल को किराए पर देकर अच्छा कारोबार किया जा रहा है। इसी पॉलिसी के तहत अब छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल होटल-मोटल का संचालन करेगा।

Home / Raipur / पर्यटन मंडल ने राजस्व बढ़ाने निकाला ये रास्ता, दूसरे राज्यों से सीखा था पैटर्न

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो