सबसे पहला नंबर है स्ट्रेस का
डॉक्टर सिन्हा का कहना है कि स्ट्रेस पुरुषों की मेंटल हेल्थ को ही नहीं बल्कि उनकी फिजिकल हेल्थ को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। हमारे पास आने वाले अधिकांश मरीजों में कम या ज्यादा स्ट्रेस का स्तर जरूर देखने को मिल रहा है।
इरेक्टाइल डिसफंक्शन
डॉक्टर सिन्हा स्ट्रेस पर अपनी बात जारी रखते हुए बताते हैं कि स्ट्रेस के कारण ज्यादातर पुरुषों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। तो बड़ी संख्या में ऐसे पेशंट्स भी आ रहे हैं जो स्ट्रेस के कारण ***** में स्टिफनेस ना आने की समस्या का सामना कर रहे हैं।
ब्लड प्रेशर की समस्या
बीपी की समस्या बहुत आम होती जा रही है। करीब 10 से 15 साल पहले यह समस्या 40 की उम्र पार चुके लोगों में ही अधिक देखने को मिलती थी। लेकिन अब तो टीनेजर्स भी इस बीमारी की जद में हैं। किसी को लो बीपी की समस्या है तो किसी को हाई बीपी की।
प्रोस्टेट से जुड़ी बीमारियां
डॉक्टर सिन्हा के अनुसार, पुरुषों में होने वाले कैंसर में प्रोस्टेट कैंसर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। हालांकि यह कैंसर बहुत ही धीमी गति से बढ़ता है और यदि समय रहते इसे डाइग्नॉज कर लिया जाए तो इसे पूरी तरह खत्म भी किया जा सकता है।
तेजी से डायबिटीज की चपेट में आ रहे हैं पुरुष
खतरनाक रफ्तार से बढ़ रही है डायबिटीज
डॉक्टर सिन्हा का कहना है कि हमारे समाज में शुगर के रोगियों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। पुरुषों में इस बीमारी की दर में बहुत तेजी से इजाफा हुआ है।
क्योंकि सबसे अधिक केस टाइप-2 डायबिटीज के देखने को मिल रहे हैं तो इससे यह बात एकदम साफ है कि लाइफस्टाइल में आए नकारात्मक बदलावों के कारण पुरुष तेजी से डायबिटीज के रोगी बन रहे हैं।
क्या करें इन बीमारियों से बचने के लिए?
पुरुषों की मुख्य समस्याओं के बारे में बात करने के साथ ही डॉक्टर सिन्हा ने इन समस्याओं को दूर करने के तरीके भी बताए हैं। इनका कहना है कि शुगर की चपेट में आने से बचने के लिए सबसे अधिक जरूरी है कि आप उस तरह का भोजन लें, जैसी आपकी लाइफस्टाइल है।
फाइबर युक्त डायट है कई बीमारियों का इलाज
क्योंकि गेहूं में नैचरल शुगर होती है साथ ही कार्बोहाइड्रेट भी प्रचुर मात्रा में होता है। इस कारण यह शरीर में जाकर तेजी से ब्लड शुगर बढ़ाने का काम करता है। इस स्थिति से बचने के लिए आप अपने भोजन को एक साथ अधिक मात्रा में खाने की जगह छोटे-छोटे मील लें।
बस इतना चलना काफी है
डॉक्टर सिन्हा कहते है कि कुछ लोगों को जिम जाकर एक्ससाइज करना पसंद नहीं होता है तो किसी को योग करना कम पसंद आता है। ऐसे में वॉक एक ऐसी ऐक्टिविटी है जो ज्यादातर लोगों को पसंद आती है और बहुत प्रभावी भी है।
एक्सपर्ट की सलाह
डॉक्टर सौरभ सिन्हा, कुतुब इंडस्ट्रियल एरिया (दिल्ली) स्थित मेडियॉर हॉस्पिटल के यूरॉलजी डिपार्टमेंट में सीनियर कंसल्टेंट हैं। अपने अनुभव के आधार पर पुरुषों के लिए इनकी सलाह है कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए समय पर अपना हेल्थ चेकअप जरूर कराएं। पुरुष 45 साल की उम्र के बाद कंप्लीट हेल्थ चेकअप कराना शुरू करें और 50 की उम्र के बाद ब्लेडर की हेल्थ को ध्यान में रखते हुए अल्ट्रासाउंड भी जरूर कराएं।