मामला लगभग 50 एकड़ जमीन का है। इस पर किसानों को कोर्ट से स्टे भी मिल चुका है। यही कारण है कि माना एयरपोर्ट प्रबंधन एयरपोर्ट के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में डेढ़ किमी. के दायरे में लगभग 50 एकड़ में फैले खेतों को बाउंड्री से घेर कर अपने कब्जे में नहीं ले पा रहा है। बाउंड्रीवाल के बिना करोड़ों की लागत से बने नए रन-वे का उड़ान के लिए इस्तेमाल संभव नहीं है।
नए रन-वे तक फ्लाइट तभी जा सकेगी, जब सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्रीवाल पूरा किया जाए। अभी माना एयरपोर्ट के बाहरी क्षेत्रों में बाउंड्रीवाल कई जगह पर छूटा हुआ है। जहां-जहां बाउंड्रीवाल छोड़ा गया है, वहां किसानों की जमीनों पर विवाद है।