45 साल से ज्यादा उम्र वालों को ये बीमारियां तो 1 मार्च से लगवा सकेंगे टीका, देखिए लिस्ट
को-विन 2.0 : सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और प्राइवेट अस्पतालों में प्रति डोज 250 रुपए में टीके लगाए जाएंगे
-किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग 1 मार्च से लगवा सकेंगे कोरोना टीका
-केंद्र ने उन बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं की लिस्ट जारी की है, जिन्हें को-मॉर्बिडिटीज में रखा गया है
-केंद्र की तरफ से जारी लिस्ट में 20 बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं का जिक्र

रायपुर . कोरोना के खिलाफ छत्तीसगढ़ समेत देश में 1 मार्च से दूसरे चरण का टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। केंद्र सरकार ने उन बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं की लिस्ट जारी कर दी है। इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 45 साल से ऊपर के उन लोगों को टीके लगेंगे, जिन्हें पहले से कोई बीमारी हो। सरकारी अस्पतालों में टीके मुफ्त में लगेंगे लेकिन प्राइवेट अस्पतालो में लगवाने पर पैसे देने होंगे। सूत्रों के मुताबिक, टीके के लिए अधिकतम शुल्क 250 रुपए लिया जाएगा, जिसमें 150 रुपये टीके की कीमत और 100 रुपए सेवा शुल्क है। यह व्यवस्था अगले आदेशों तक लागू रहेगी।Ó सूत्रों के अनुसार, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। लिस्ट में कुल 20 बीमारियों/स्वास्थ्य समस्याओं को रखा गया है। इस संबंध में केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों को पत्र लिखकर निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस चरण में टीके सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी लगाए जाएंगे। सरकारी में मुफ्त मगर प्राइवेट अस्पतालों में प्रति खुराक 250 रुपए शुल्क लिया जा सकता है। केंद्र सरकार ने शनिवार को उन 20 बीमारियों की लिस्ट जारी की, जिनमें से किसी शख्स को कोई एक भी बीमारी है और उसकी उम्र 45 साल या उससे ऊपर है तो वह कोरोना की वैक्सीन लगवा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि 'ऑन-साइटÓ पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी, ताकि योग्य लाभार्थी अपनी पसंद के टीकाकरण केंद्र पर जाकर अपना पंजीकरण कराएं और टीका लगवाएं। टीके के लाभार्थी को-विन 2.0 पोर्टल डाउनलोड कर और आरोग्य सेतु आदि मोबाइल ऐप के जरिए पहले भी अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
पढि़ए पूरी लिस्ट-
1. पिछले एक साल में अगर कोई हार्ट फेल्योर की वजह से अस्पताल में भर्ती हुआ हो
2. पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट/लेफ्ट वेंट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस
3. सिग्निफिकेंट लेफ्ट वेंट्रीकुलर सिस्टोलिक डिस्फंक्शन
4. मॉडरेट या सिवियर वेल्वुलर हार्ट डिसीज
5. कंजेनिटल हार्ट डिसीज विद सिवियर पीएएच ऑर इडियोपैथिक पीएएच
6. कोरोनरी आर्टरी डिसीज (सीएबीजी) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज जिसका इलाज चल रहा हो
7. एन्गिना और हाइपरटेंशन/डायबिटीज ट्रीटमेंट
8. स्ट्रोक (सीटी/एमआरआई टेस्ट में) और हाइपरटेंशन/डायबिटीज
9. पल्मोनरी आर्टरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन/डायबिटीज
10. डायबिटीज (10 साल से ज्यादा वक्त से या जटिलताओं के साथ) और हाइपरटेंशन
11. किडनी/लीवर/हेमैटोपोएटिक स्टेम सेल ट्रांसप्लांट कराने वाले या इसकी वेट लिस्ट में शामिल
12. एंड स्टेज किडनी डिसीज ऑन हैमोडायलिसिस/सीएपीडी
13. लंबे वक्त से ओरल कोर्टिकोस्टेरॉयड्स का इस्तेमाल/इम्यूनिटी को कम करने वाली दवाइयों का इस्तेमाल करने वाले
14. डिकंपेन्सेटेड सिरोसिस
15. पिछले दो सालों में सांस से गंभीर बीमारी की वजह से कभी अस्पताल में भर्ती
16. लिम्फोमा/ल्यूकोमिया/मिलोमा
17. एक जुलाई 2020 या उसके बाद जांच में किसी तरह के कैंसर की पुष्टि या कोई कैंसर थेरेपी
18. सिकल सेल डिसीज/बोम मैरो फेल्योर/एप्लास्टिक एनीमिया/थैलासेमिया मेजर
19. प्राइमरी इम्यूनोडिफिएंसी डिसीज/एचआईवी संक्रमण
20. अपंगता जैसे इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटीज/मस्कुलर डिस्ट्रोफी/एसिड अटैक से श्वसन तंत्र का प्रभावित होना/ दिव्यांग व्यक्ति/अंधापन-बहरापन
अब पाइए अपने शहर ( Raipur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज