पिता ने बढ़ाया मनोबल, पड़ोसियों ने भी दिया साथ और हो गई स्वस्थ
ओसीएम चौक निवासी 27 वर्षीय युवती ने स्वस्थ होकर होम क्वारंटाइन में घर लौटने के बाद कहा कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि अब पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर वापस घर आ गई हूं। हालांकि मुझे अभी 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा गया है। पिता के साथ मेरे पूरे परिवार ने इस मुश्किल घड़ी में साथ देते हुए हर वक्त मेरा मनोबल बढ़ाया। पड़ोसियों ने भी पूरा साथ दिया। कभी भी उन्होंने ऐसा व्यवहार नहीं किया जिससे मेरा दिल दुखे। लंदन में मास्टर डिग्री की पढ़ाई वाली युवती ने कहा कि मैं शासन-प्रशासन और एम्स के डॉक्टर व कर्मचारियों को धन्यवाद देती हूं। युवती ने बताया कि एम्स के डॉक्टर समय-समय पर आकर जांच करते थे और हालचाल पूछते थे। कर्मचारी भी समय से दवाएं देते थे। एम्स में काफ ी अच्छी जांच व सुविधाएं है। एम्स के डॉक्टरों ने बीमारी के साथ-साथ दिमागी परेशानी को काफी हद तक ठीक किया है। कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। यदि डॉक्टरों के बताए के अनुसार रहा जाए और नियमों का पालन किया जाए तो बीमारी को ठीक होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। लोगों को भी लक्षण दिखते ही स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना चाहिए। मेरा यही कहना है कि लॉकडाउन का पालन करते हुए ज्यादा से ज्यादा समय घर में ही रहा जाए। बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें।
नहीं भूल सकती डॉक्टरों की सेवा घर पर रहें, इसी में सब की भलाई
डीडीनगर निवासी 28 वर्षीय युवती स्वस्थ होकर होम क्वारंटाइन में घर लौटने के बाद कहा कि कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर के निर्देशानुसार रहने पर विजय पाई जा सकती है। माता-पिता और मेरे पूरे परिवार ने इस मुश्किल घड़ी में साथ देते हुए मेरा मनोबल बढ़ाया। लंदन में लॉ की पढ़ाई करने वाली युवती ने कहा कि एम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने से पहले डर लगता था लेकिन डॉक्टर व स्टॉफ की सेवा को देखते हुए विश्वास हो गया था कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगी। एम्स में पहली ही जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी लेकिन डॉक्टर ऐहतिहातन रखे हुए थे। मैं शासन- प्रशासन और एम्स के डॉक्टर व कर्मचारियों को धन्यवाद देती हूं। युवती ने बताया कि एम्स के डॉक्टर समय-समय पर आकर जांच करते थे और हालचाल पूछते थे। कर्मचारी भी समय से दवाएं देते थे। यदि डॉक्टरों के बताए अनुसार रहा जाए और नियमों का पालन करें तो कोई भी कोरोना वायरस पर विजय पा सकता है। लोगों को समझना होगा कि कोरोना का लक्षण दिखते ही स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें। छिपाने से खुद का ही नुकसान होगा। मेरा यही कहना है कि राज्य सरकार का साथ देते हुए सोशल डिस्टेंसिग का पालन करें और घर पर रहकर
सुरक्षित रहें।