वर्तमान में विश्वविद्यालय में 22 अक्टूबर तक प्रवेश प्रक्रिया जारी है। विश्वविद्यालय प्रबंधन प्रवेश प्रक्रिया की तिथि में एक बार और इजाफा कर सकता है। प्रबंधन ने मामले को लेकर उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने की बात कही है। विश्वविद्यालय प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार फस्र्ट ईयर में लगभग 43 हजार सीट है। इनमें से तकरीबन 25 हजार सीटों में प्रवेश हुआ है और शेष रिक्त है।
कुलपति की सहमति से 22 अक्टूबर तक प्रवेश
वर्तमान में महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया बंद कर दी गई है। अब जिस भी छात्र को विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना है, उन्हें कुलपति से मिलकर लेट होने का कारण बताना होता है और उनका सहमति पत्र लेना होता है। सहमति पत्र के आधार पर महाविद्यालय में प्रवेश छात्रों को मिल जाता है।
ग्रामीणों इलाकों से कम आए आवेदन
विश्वविद्यालय प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार अधीनस्थ महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में ग्रामीण इलाको से आवेदन कम आए है। आवेदन कम आने की प्रमुख वजह लॉकडाउन और कैफे बंद होना बताया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के अधीनस्थ महाविद्यालयों को प्रवेश प्रक्रिया जारी रखने का निर्देश दिया है। जिन छात्रों को समस्या है, वे प्रबंधन से चर्चा करके अपनी समस्या का समाधान कर सकता है।
-सुपर्णसेन गुप्ता, मीडिया प्रभारी, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय