थानेदार का कसूर सिर्फ इतना था..
सीएम के कार्यक्रम में ईमानदारी से ड्यूटी करना कोरबा के थानेदार को महंगा पड़ गया। अपनी ड्यूटी निभाते समय थानेदार रघुनंदन प्रसाद शर्मा का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने प्रदेश (Chhattisgarh State) के मुख्य सचिव सुनील कुजूर को नहीं पहचान पाया। इस पर टीआई ने उसने पहचान पत्र मांगा लिया। इसके बाद मुख्य सचिव नाराज हो गए और उन्होंने इसकी शिकायत आईजी आई जी प्रदीप गुप्ता से की। जिसके बाद टीआई को तुरंत सस्पेंड कर दिया।सीएम बोले- थानेदार की एरोगेंसी की वजह से की गई कार्रवाई
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज मीडिया से चर्चा करने के दौरान कहा कि थानेदार की एरोगेंसी (TI Suspended) की वजह से कार्रवाई की गई है। चीफ सेक्रेटरी सुनील कुजूर के साथ एसीएस (SP) आरपी मंडल भी मौजूद थे, उन्होंने अपना परिचय भी करवाया, जिसके बाद भी थानेदार अड़े रहे कि मैं पहचान पत्र लूंगा। फिलहाल मीडिया में जैसा प्रचारित किया जा रहा है ये वैसा मामला नहीं है।