एफआईआर दर्ज होने के बाद किसान को होती मुसीबत
किसान द्वारा आपत्ति दर्ज कराने पर मामला भू-माफिया पर दर्ज करने के लिए लिखा गया। यदि किसान को जानकारी नहीं होती और उनके नाम पर एफआईआर दर्ज भी हो जाती तो किसान को न्यायालय से ही जमानत मिल पाती।
पत्रिका की खबर से हुई किसान को जानकारी
बता दें कि पत्रिका ने 12 दिसंबर को 19 किसानों का नाम प्रकाशित करके बताया था कि इनके नाम पर एफआईआर दर्ज करने के लिए नगर पालिका ने आरंग पुलिस को पत्र लिखा था। इसके बाद किसान गोवर्धन प्रसाद चंद्राकर को खुद पर होने वाली कार्रवाई की जानकारी मिली। जिस पर उन्होंने आरंग नगर पालिका का कार्यालय जाकर आपत्ति दर्ज कराई। इसके बाद आरंग सीएमओ ने संशोधन पत्र जारी कर आरंग थाना प्रभारी से चूड़ामणी चंद्राकर के नाम पर एफआईआर दर्ज करने की कहा। साथ ही उक्त किसान का नाम हटाने को कहा।
सौरभ शर्मा, सीएमओ, आरंग नगर पालिका