प्रभु श्रीनाथजी के दर्शनों के लिए रविवार को श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ी। इससे सारा दिन बाजारों में भी रौकन नजर आई।
प्रभु श्रीनाथजी के दर्शनों के लिए रविवार को श्रद्धालुओं की खासी भीड़ उमड़ी। इससे सारा दिन बाजारों में भी रौकन नजर आई। श्रीजी की मंगला झांकी से लेकर भोग आरती के दर्शनों तक श्रद्धालुओं की कतारें लगीं।
रविवार को प्रभु श्रीनाथजी को श्याम (काली) आभा के घेरदार वस्त्र तथा श्रीमस्तक पर मोरपंख चन्द्रिका के साथ धवल जरी के ठाड़े वस्त्र के विशेष शृंगार के साथ राजभोग की झांकी के समय बंगले की सेवा धराई गई। निधि स्वरूप लाड़ले लालन को भी श्रीजी के अनुरूप ही शृंगार धराया गया। इन विशेष शृंगार के दर्शनों में तिलकायत राकेश महाराज के द्वारा श्रीजी बावा एवं निधि स्वरूप की आरती उतारी गई। राजभोग की झांकी के समय सैकड़ों श्रद्धालुओं ने आरती उतारने के दौरान गिरिराज धरण के खूब जयकारे लगाये। वहीं मंगला, शृंगार एवं सायंकाल भोग आरती की झांकी के समय भी सैकड़ों श्रद्धालुओं ने दर्शन का लाभ लिया।
छुट्टी का दिन खास
छुट्टी का दिन होने से उमड़े सैकड़ों श्रद्धालुओं के चलते शहर के बाजारों में भी दिनभर रौनक बनी रही। होटलों के साथ साथ लारियों पर भी पावभाजी, पिज्जा, बर्गर सहित कई विशेष डिस का आनंद लोगों ने लिया। जबकि सायंकाल गरम गाजर का हलवा व दूध जलेबी बिकी।