दरअसल, शनिवार की दोपहर लगभग 26 पर्यटक सफारी भ्रमण में पहुंचे थे। गाड़ी का ड्राइवर पर्यटकों को लेकर टाइगर सफारी पहुंचा, तो इस दौरान गाड़ी बंद पड़ गई। ड्राइवर और गाइड ने गाड़ी स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान सफारी में मौजूद दो बाघों ने गाड़ी को घेर लिया। ड्राइवर की सूचना पर बाघों को पहले वन्यकर्मियों ने बाड़े में भेजने की कोशिश की, लेकिन गाडिय़ों के पास से बाघ नहीं हटे, तो खराब गाड़ी को दूसरी गाड़ी से घसीटकर बाहर निकाला।
26 गाड़ियां सफारी में
पर्यटकों को सफारी भ्रमण कराने के लिए प्रबंधन ने 26 गाडिय़ां रखी है। इन गाड़िय़ों में सुरक्षा संबंधी उपकरण कोई भी नहीं है। विभागीय सूत्रों की माने तो 26 में से लभग 12 गाडिय़ा खराब है। 14 गाडिय़ों के भरोसे प्रबंधन के अधिकारी पर्यटको को भ्रमण करवाते है और उनसे पैसा लेते हैं।
पर्यटक कौशल शर्मा ने बताया, हम 2.30 बजे गाड़ी में बैठकर सफारी भ्रमण करने गए थे। 3.30 बजे गाड़ी टाइगर सफारी में खराब हो गई। पहले तो ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट करने की कोशिश की, लेकिन बाघ को गाड़ी के पास आता देखकर ड्राइवर भी शांत बैठ गया।
पर्यटक विद्या शर्मा ने कहा, गाड़ी खराब होने के बाद बाघ से गाड़ियां घिरी देखकर हम बहुत डर गए थे। कर्मचारी जिस तरह से सरियों से गाड़ी खीच रहे थे, हमें गेट उखडऩे का डर सता रहा था। बाघ की चहलकदमी देख कर्मियों ने टोचन करके बाहर निकाली। हम किस्मत अच्छी थी, कोई घटना नहीं है।
जंगल सफारी के डिप्टी डायरेक्टर एम मर्सीबेला ने कहा, टाइगर सफारी में गाड़ी खराब होने की सूचना सफारी के कर्मचारियों ने दी थी। सभी पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल गया है। सभी सुरक्षित हैं।