पुलिस के मुताबिक महासमुंद निवासी जसबीर सिंह बग्गा ने विमलचंद जैन और वैभव जैन की सरोना स्थित वॉयकॉन ऑटो मोबाइल प्राइवेट लिमिटेड से इनोवा क्रिस्टा कार का सौदा किया था। विमलचंद और वैभव ने कार के लिए जसबीर से 19 लाख 43 हजार 495 रुपए का डिमांड ड्राफ्ट लिया था।
जसबीर ने महासमुंद स्थित यूनियन बैंक से ड्रॉफ्ट बनाकर दिया था। आरोपियों ने एक सप्ताह के भीतर कार देने का वादा किया था। एक सप्ताह बाद जसबीर कार लेने गया, तो दोनों ने कुछ दिन बाद कार देने का आश्वासन दिया। इस तरह बार-बार वह कार देने में आनाकानी करने लगा। इसके बाद पीडि़त ने कार की बेंगलुरु स्थित कंपनी में पता किया।
इससे पता चला कि आरोपियों का कंपनी से लेन-देन ठीक नहीं है। इस कारण उसका डीलरशिप रद्द कर दिया गया है। पीडि़त ने आरोपियों से पैसा वापस मांगा तो उन्होंने इनकार कर दिया। पीडि़त ने हाईकोर्ट में परिवाद दायर किया। कोर्ट के आदेश पर विमलचंद जैन और वैभव के खिलाफ आमानाका पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है।
सुलह की कोशिश में थे आरोपी
जसबीर ने न्यायालय में मामला लगाया था। इसके बाद से आरोपी उनसे सुलह करने के प्रयास में था। सूत्रों के मुताबिक विमलचंद और वैभव ने जसबीर को उनका पैसा वापस कर दिया है। इसके बाद भी पुलिस ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। इसकी वजह कोर्ट का आदेश बताया जा रहा है।
पहले से ही दर्जन भर से अधिक प्रकरण
विमलचंद जैन और उसके बेटे वैभव जैन, विकास जैन के खिलाफ अलग-अलग थानों में जमीन, कारोबार आदि के नाम पर धोखाधड़ी के दर्जन भर से अधिक मामले दर्ज हैं। स्थायी गिरफ्तारी वारंट भी हैं। अधिकांश मामलों में आरोपी जमानत पर चल रहे हैं। करीब छह माह पहले बिलासपुर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। रायपुर के थानों में भी उनके खिलाफ अपराध दर्ज हैं।