कहां-कहां हुई मौतें
पुरानी बस्ती इलाके में तेज रफ्तार दोपहिया ने पैदल जा रहे युवक को चपेट में ले लिया। इससे उसकी मौत हो गई। कैलाशपुरी निवासी 45 वर्षीया कुलेश्वर सेन पैदल घर जा रहा था। रात करीब 11 बजे किलेवाले बाबा के दरगाह के पास दोपहिया सीजी 04 एमए 1526 ने उसे जोरदार टक्कर मार दिया। इससे उसे गंभीर चोटें आई। और उसकी मौत हो गई। पुरानी बस्ती पुलिस ने मर्ग कायम किया है। अभनपुर मार्ग में 25 वर्षीय जागृत सोनवानी अपनी बाइक सीजी 04 एलटी 9092 से अपने घर ग्राम कुकेरा जा रहा था।
पुरानी बस्ती इलाके में तेज रफ्तार दोपहिया ने पैदल जा रहे युवक को चपेट में ले लिया। इससे उसकी मौत हो गई। कैलाशपुरी निवासी 45 वर्षीया कुलेश्वर सेन पैदल घर जा रहा था। रात करीब 11 बजे किलेवाले बाबा के दरगाह के पास दोपहिया सीजी 04 एमए 1526 ने उसे जोरदार टक्कर मार दिया। इससे उसे गंभीर चोटें आई। और उसकी मौत हो गई। पुरानी बस्ती पुलिस ने मर्ग कायम किया है। अभनपुर मार्ग में 25 वर्षीय जागृत सोनवानी अपनी बाइक सीजी 04 एलटी 9092 से अपने घर ग्राम कुकेरा जा रहा था।
इसी दौरान ओवरब्रिज के पास तेज रफ्तार भारी वाहन ने टक्कर मार दिया। इससे जागृत की मौत हो गई। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। एक अन्य घटना में मंदिरहसौद के छोटू ढाबा के पास रविवार-सोमवार की रात तेज रफ्तार मालवाहक सीजी 04 एचआर 8306ने सड़क पार कर रहे एक युवक को टक्कर मार दिया और एक बाइक को चपेट में ले लिया। इसमें एक युवक की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। इसके अलावा तिल्दा-नेवरा मार्ग में भी सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई।
रिंग रोड पर ज्यादा हादसे
शहर से लगे रिंग रोड नंबर-1, 2 और 3 में ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। पिछले छह माह में 200 से ज्यादा सड़क हादसे इन्हीं मार्गों पर हुए हैं, जिनमें 20 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। रिंग रोड में हादसे की बड़ी वजह भारी वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं होना है। इसके अलावा सर्विस लेन पर अवैध पार्किंग होना है, जिससे छोटे वाहनों को सर्विस लेन के बजाय मुख्य रोड पर चलना पड़ता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टरों के दबाव में भारी वाहनों के खिलाफ पुलिस कोई कदम नहीं उठाती है।
शहर से लगे रिंग रोड नंबर-1, 2 और 3 में ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। पिछले छह माह में 200 से ज्यादा सड़क हादसे इन्हीं मार्गों पर हुए हैं, जिनमें 20 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। रिंग रोड में हादसे की बड़ी वजह भारी वाहनों की रफ्तार पर नियंत्रण नहीं होना है। इसके अलावा सर्विस लेन पर अवैध पार्किंग होना है, जिससे छोटे वाहनों को सर्विस लेन के बजाय मुख्य रोड पर चलना पड़ता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टरों के दबाव में भारी वाहनों के खिलाफ पुलिस कोई कदम नहीं उठाती है।
धारा-144 लगाकर हो चुकी है कार्रवाई
रिंगरोड में सड़क हादसे कम करने के लिए पुलिस धारा 144 लगाकर सर्विस लेन और सड़क किनारे वाहन खड़ी करने वालों के खिलाफ करीब दो साल पहले कार्रवाई की थी। इस दौरान बड़ी संख्या में ट्रक चालकों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। इससे रिंग रोड में सड़क हादसों में कमी आई थी। लेकिन अब सर्विस लेन जाम होने से सड़क हादसे भी बढऩे लगे हैं।
रिंगरोड में सड़क हादसे कम करने के लिए पुलिस धारा 144 लगाकर सर्विस लेन और सड़क किनारे वाहन खड़ी करने वालों के खिलाफ करीब दो साल पहले कार्रवाई की थी। इस दौरान बड़ी संख्या में ट्रक चालकों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी। इससे रिंग रोड में सड़क हादसों में कमी आई थी। लेकिन अब सर्विस लेन जाम होने से सड़क हादसे भी बढऩे लगे हैं।
प्रदेश भर में ऐसे बढ़ी मौतें
माह मौतें जनवरी ४४१
फरवरी ४७४ मार्च ३७१
अप्रैल १२८ मई २८५
जून ३८३ जुलाई ३९४
अगस्त ३२९ सितंबर ३५३
वर्सन पुलिस बीच-बीच में कार्रवाई करती है। सर्विस लेन और तेज रफ्तार वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
– सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर
माह मौतें जनवरी ४४१
फरवरी ४७४ मार्च ३७१
अप्रैल १२८ मई २८५
जून ३८३ जुलाई ३९४
अगस्त ३२९ सितंबर ३५३
वर्सन पुलिस बीच-बीच में कार्रवाई करती है। सर्विस लेन और तेज रफ्तार वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
– सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर