जानकारी के मुताबिक, छेरकाडीह निवासी यशवंत साहू, उनकी पत्नी महेश्वरी साहू और बेटे देवेंद्र साहू की शनिवार देर रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ग्राम जारा निवासी रविशंकर शुक्ला पूजा-पाठ के काम से उनके घर आता था। इसके चलते आरोपी की पहचान महेश्वरी साहू से हो गई। धीरे-धीरे उनके बीच अवैध संबंध बनने लगे।
अवैध संबंधों का फायदा उठाकर आरोपी रविशंकर ने महेश्वरी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। परेशान होकर महेश्वरी ने सारी बात अपने पति यशवंत साहू को बता दी। इसके बाद पंचायत बैठी और उसने रविशंकर को समझाइश दी कि वह महिला से दूर रहेगा। बावजूद इसके रविशंकर मिलने और संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता, लेकिन महेश्वरी ने मना कर दिया।
भड़के रविशंकर ने पिता-पुत्र को मारने की साजिश रची। इसमें उसने अपने दोस्त ग्राम गातापार के दुर्गेश वर्मा और नेमीचंद ध्रुव को भी शामिल किया। इसके बाद 11 अप्रैल की रात करीब 11.30 बजे वे यशवंत साहू के घर में घुसे। वहां यशवंत और उसके बेटे पर फरसी से वार कर मार डाला। दोनों की चीख सुनकर महेश्वरी बाहर निकली तो आरोपी उसकी भी हत्या कर फरार हो गए।
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