रमेश बैस को 1978 में पहली बार रायपुर नगर निगम का पार्षद चुना गया था। छत्तीसगढ़ के मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद यहां पर चार लोकसभा चुनाव संपन्न हुए जिसमें तीन बार रमेश बैस ने रायपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की। 1982 से 1988 तक रमेश बैस मध्यप्रदेश के प्रदेश मंत्री के पद पर भी कार्यरत रहे। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने रमेश बैस की जगह सुनील सोनी को टिकट दिया था। इस चुनाव में भी भाजपा ने जीत दर्ज की।
रमेश बैस को 1978 में पहली बार रायपुर नगर निगम का पार्षद चुना गया था। छत्तीसगढ़ के मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद यहां पर चार लोकसभा चुनाव संपन्न हुए जिसमें तीन बार रमेश बैस ने रायपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की। 1982 से 1988 तक रमेश बैस मध्यप्रदेश के प्रदेश मंत्री के पद पर भी कार्यरत रहे। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने रमेश बैस की जगह सुनील सोनी को टिकट दिया था। इस चुनाव में भी भाजपा ने जीत दर्ज की।