scriptधान घोटाला: ढाई करोड़ के धान घोटाले में कबूल किए केवल पांच लाख, पुलिस की भूमिका संदिग्ध | two and half crore paddy scam accused arrested | Patrika News

धान घोटाला: ढाई करोड़ के धान घोटाले में कबूल किए केवल पांच लाख, पुलिस की भूमिका संदिग्ध

locationरायपुरPublished: Sep 27, 2022 03:46:09 pm

Submitted by:

Mansee Sahu

जिले में बीते दिनों ढाई करोड़ के घोटाले के मामले में पुलिस ने आरोपियोंको गिरफ्तार किया था। लेकिन आरोपी घोटाले की रकम को काम होने की बात कह रहे हैं। आरोपियों के कब्जे से दस्तावेज तथा बैंक संबधी कागजात जब्त किए गए हैं।

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जांजगीर-चांपा। धान खरीदी केन्द्र तुलसी के प्रभारी अजय कुमार नागेश को पुलिस ने दो दिन में रिमांड में लेकर पूछताछ की। साथ ही उसके कब्जे से खरीदी केंद्र के दस्तावेज, बैंक संबंधित कागजात जब्त किया है। जिसमें लाखों के लेन-देन की बात सामने आ रही है। पुलिस ने इस दौरान आरोपी से और भी ढेर सारे कागजात इकट्ठा किए। जो कोर्ट में पेश करने के काम आ सकते हैं।

गौरतलब है कि पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी अजय नागेश से पूछताछ कर मेमोरेंडम कथन लिया उसने अपने कथन में बताया कि अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर धान खरीदी प्रकिया के दौरान अपना निजी लाभ प्राप्त करने की योजना बनाई। जिसमे किसानों के कुल रकबा में अतिरिक्त रकबा शामिल कर उस अतिरिक्त रकबा में धान सर्मथन मूल्य में खरीदी कर लाभ प्राप्त करना एवं उक्त लाभ को आपस में बंटवारा करने की योजना बनाई। जिसमें लोक सेवा केन्द्र के कंप्यूटर आपरेटर के साथ मिलकर कुछ किसानों के भूमि रकबा में अतिरिक्त भूमी रकबा जोड़कर तुलसी एवं किरीत के धान खरीदी केन्द्र में अधिक रकबा के धान की खरीदी सर्मथन मुल्य में किए हैं।

कुछ किसानों के धान बिक्री की राशि जिस खाता नंबर में आने वाली होती है उन किसानो के बैंक खाता के स्थान पर अपने लोगों का खाता क्रमांक एवं नाम डाला है। ग्राम खैरताल के बैक खाता में अपने साथी का नाम को इन्द्राज किया था। किसानों की खसरा भूमि में अतिरिक्त रकबा जोड़कर पात्रता से अधिक घान सर्मथन मूल्य में खरीदी कर अवैध लाभ प्राप्त किया गया है। किसानो के बैंक खाता होल्ड होने से पूरी राशि प्राप्त नहीं हो सकी है।

 

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बोनस राशि होल्ड नहीं होती तो और होता बड़ा घोटाला
लेकिन संबंधित बैक खातों की बोनश की राशि होल्ड होने के कारण वह रकम नहीं मिलपाने की बार आरोपी ने कबूली है। आरोपी अजय कुमार नागेश के घर से उसका एवं एक अन्य साथी के पास बुक जब्त किया गया है। आरोपी के द्वारा सहकारी समिती तुलसी के कार्यालय से निकालकर पेश करने पर धान खरीदी केन्द्र तुलसी का तौल पत्रक एवं धान खरीदी रजिस्टर जप्त किया गया है। आरोपी अजय कुमार नागेश की चल अचल सम्पत्ति के संबंध में दस्तावेज प्राप्त किए गए हैं। पूछताछ में आरोपी द्वारा बताने कि घान खरीदी में फर्जीवाड़ा करने वाले सह आरोपियों द्वारा अवैध लाभ से प्राप्त रकम से सपत्ति खरीदी गई है। जिसके संबध में पृथक से विवेचना कर रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।

अवैध रूप से बढ़ाया रकबा
अवैध रूप से किसानों के रकबे को बढ़ाकर धान खरीदी मिलकर किए। जिससे किसानो को सर्मथन मूल्य का पैसा जारी होने पर आरोपियों को भी नगदी रकम अवैध लाभ प्राप्त हुआ। जिसे आरोपियों ने आपस में बांट लिया था। अजय कुमार नागेश ने बताया कि उसे तकरीबन 5 लाख रुपए बटवारा में प्राप्त हुआ। जिसमें से करीबन 1 लाख रुपए बैक अकाउंट में है एवं 3-4 लाख रुपए फरारी के दौरान खाने पीने रुकने में खर्च हो गए ऐसा आरोपी का कहना है।

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