अवंति विहार निवासी दीपायन बिस्वास ने दसवीं में 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। पिता अनुप बिस्वास आईएफएस हैं, मम्मी स्वाति बिस्वास होममेकर। तैयारियों पर दीपायन ने कहा, मैंने एनसीईआरटी पर फोकस किया था। जितनी भी रिफ्रेंश बुक थी उनसे सवाल लिए और सॉल्व किया। जरूरत के हिसाब से टाइमटेबल बनाया था। मुझे क्रिकेट और फुटबाल पसंद हैं। मैंने क्रिकेट में स्टेट भी खेला है। ह्यूमैनिटी लेकर हायर सेकंडरी करूंगी। आगे क्या करना है अभी डिसाइडेड नहीं है, हालांकि पैरेंट्स चाहते हैं कि यूपीएससी क्रैक करूं।
साइंस की प्रोफेसर बनना चाहती हैं भद्रा अशोका रतन निवासी भद्रा आर.एस. को दसवीं में 99.2 अंक प्राप्त किए हैं। उनका सपना है कि जेईई के जरिए आईआईएसी से पढ़ाई कर साइंस की प्रोफेसर बनूं। स्ट्रैटजी पर कहा, मुझे अर्ली मॉर्निंग पढ़ाई पसंद है। परीक्षा से ठीक पहले मैंने रोजाना 10 घंटे पढ़ाई की लेकिन रेगुलर छह घंटे पढ़ा करती थी। सक्सेस पर कहती हैं, हार्ड वर्क और डिटर्मेशन के चलते यह संभव हुआ। पिता एस सुशीलदर नाबॉर्ड में जॉब करते हैं जबकि मॉम उमारानी पीटी होम मेकर हैं।
सत्यम को बारहवीं में 92 प्रतिशत अंक रायपुर के सत्यम वर्मा ने सीबीएसई बारहवीं बोर्ड में वाणिज्य संकाय में 92 प्रतिशत अंक हासिल किया है। वे सुलोचना वर्मा (शिक्षिका) व गुलाल वर्मा (पत्रकार) के पुत्र हैं। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेष्य माता-पिता सहित गुरुजन, परिजन व स्नेहीजनों को दिया है।
