दीक्षांत में ये हुए सम्मानित : समारोह में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने के लिए पद्मश्री एमपी पांडे, पद्मश्री एटी दाबके, डॉ. आईएम शेट्टी, डॉ. एसआर गुप्ता को सम्मानित किया।
ये हुए शामिल : दीनदयाल उपाध्याय ऑटोटोरियम में हुए आयुष विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल बलरामदास टंडन, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, स्वास्थ एवं पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर, लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत, राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय, विधायक श्रीचंद सुंदरानी उपस्थित थे।
घर पर सभी कहते एक डॉक्टर होना चाहिए
दीक्षांत समारोह में पांच मेडल पाने वाले डॉक्टर गगनदीप बताते हैं कि बचपन से ही घर में सुनता था कि एक डॉक्टर होना चाहिए। मैंन रोज सुनता और सोचता कि बनूंगा तो डॉक्टर। 10वीं 90 परसेंट लाने और मैथ्स में अच्छे माक्र्स आने पर सभी लोग बोले की जेईई की तैयारी कर ले लेकिन मैंने तय किया की जांउगा तो केवल मेडिकल फिल्ड में। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल गया, जम कर पढ़ाई की। आज मुझे ओवल ऑल यूनिवर्सिटी टॉपर, ओवर ऑल बॉयज टॉपर, फाइनल ईयर टॉपर, फस्ट ईयर टॉपर, हायर स्कोर इन सब्जेक्ट पर पांच मैडल मिल रहे हैं। इसके साथ ही आज मैं टोपी वाला नेशनल मेडिकल कॉलेज से एमडी रेडियोडयग्नोसिटिक कर रहा हूं। जब घर पर जब किसी का ईलाज करता हूं तो बचपन की बातें याद आ जाती हैं।
मस्ती के साथ की पांच साल पढ़ाई
चार गोल्ड मैडल पाने वाली दीपिका पांडे बताती है कि कॉलेज में शायद की कोई प्रोफेसर, बेचमैंट मेरी हरकतों से तंग न आया हो। सभी को थोड़ा बहुत परेशान करने में मुझे मजा आता है। इसी तरह की यादों के साथ पांच साल गुजर गए आज मुझे जब मैडल मिलने वाला है तो सभी तरह की यादें ताजी हो गयी।