जिलेवार मांगी है रिपोर्ट
जारी आदेश के अनुसार प्रदेश के विश्वविद्यालया के कुलपतियों को विश्वविद्यालय और अधीनस्थ महाविद्यालय की रिपोर्ट जिलेवार भेजनी होगी। रिपोर्ट में कंप्यूटर लैब, इंटरनेट कनेक्टिविटी समेत साफ्टवेयरों की जानकारी भेजनी होगी। लैब की स्ट्रेथ कितनी है? इसको भी रिपोर्ट में सबमिट करना होगा। सभी विश्वविद्यालय और महाविद्यालय की रिपोर्ट पहुंचने के बाद, राज्य सरकार के निर्देश पर इसमे अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के चलते कॉलेजों की स्थगित परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित करने की संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए उच्च शिक्षा आयुक्त शारदा वमाज़् ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पत्र लिखा है। उच्च शिक्षा आयुक्त ने अपने पत्र में लिखा है, कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन होने से कालेजों की परीक्षाएं विलंबित हो चुकी हैं। इसे देखते हुए उक्त परीक्षाएं ऑनलाइन पद्धति से कराये जाने की संभावना का आंकलन किया जाना है।
इसके लिए जिलेवार परीक्षाथिज़्यों की संख्या, ऑनलाईन परीक्षाएं कराए जाने की स्थिति में जिलेवार उपलब्ध संसाधनों की व्यवस्था याने कंप्यूटर लैब की संख्या और क्षमता, इंटरनेट कंनेक्टिविटी तथा अन्य आवश्यक सामग्री की उपलब्घता के बारे में जानकारी मांगी गई है। आयुक्त ने कुलपतियों से यह भी पूछा है कि क्या ऑनलाईन परीक्षाओं के आयोजन के लिए परीक्षा साफ्टवेयर की आवश्यकता होगी यदि हां तो आउट सोसिंज़्ग एजेंसी का चयन और साफ्टवेयर बनाने के लिए कम-से-कम कितने समय की आवश्यकता होगी।
20 मार्च से परीक्षा हुई स्थगित
प्रदेश के विश्वविद्यालयों ने 5 मार्च से परीक्षा आयोजित कर दी थी। कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में लॉकडाउन हुआ और 20 मार्च को परीक्षा स्थगित कर दी गई है। प्रदेश विश्वविद्यालय की 8 से 10 परीक्षाएं अभी बाकी है। लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटका हुआ है। छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, उच्च शिक्षा विभाग ने पहल की है।
उच्च शिक्षा विभाग ने पत्र भेजकर कंप्यूटर लैब, इंटरनेट, स्ट्रेथ और कनेक्टिविटी की जानकारी मांगी है। रिपोर्ट 17 अप्रैल तक हमे सबमिट करनी है। उच्च शिक्षा विभाग के निर्देश का पालन किया जाएगा।
-सुपर्णसेन गुप्ता, मीडिया प्रभारी
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्याल