मंदिर कमेटी ने आरती के बाद सुबह 8:00 से 11:00 और शाम को 4:30 से 7:00 तक ही श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करने के लिए समय तय किया है। पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार मंदिर के परिसर के गेट पर सेंसर सैनिटाइजर मशीन से होकर श्रद्धालु प्रवेश करेंगे। तीन बार परिसर की सफाई कराई जाएगी।
छत्तीसगढ़ सिख फोरम के अध्यक्ष बलदेव सिंह भाटिया ने बताया कि शहर में 22 गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियां हैं, सभी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अरदास की व्यवस्था बनाएंगी। गुरुद्वारों में मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। लंगर आयोजित नहीं किए जाएंगे।
सेंट पॉल चर्च के पादरी अजय मार्टिन ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन प्रार्थना की व्यवस्था की गई थी, उसी तरह अभी सभी विश्वासीजन प्रार्थना में शामिल होते हैं। गिरजाघर में शासन-प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए सामूहिक प्रार्थना सभा की व्यवस्था बनाई जाएगी।
शहर काजी मोहम्मद अली फारुकी ने बताया कि शहर में 60 मस्जिदें और मदरसे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सबसे अधिक जरूरत है। हर शुक्रवार यानी जुमा के दिन दो जमात में नमाज पढ़ने की व्यवस्था रहेगी। सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग, मास्क के साथ ही हर वक्त की नमाज के बाद मस्जिद कमेटियां सफाई कराएंगी।
जिनालय में पुजारी ही अभिषेक कर सकेंगे
सीमंधर स्वामी जैन मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष संतोष बैद ने बताया कि शहर में श्वेतांबर परंपरा के 10 जिनालय और 6 दिगंबर जैन मंदिर हैं। जिनालयों में पुजारी ही सुबह शाम अभिषेक पूजन करेंगे। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था रहेगी।