6 महिला पार्षदों के लिए एक महिला पुलिस 6 महिला पार्षदों के लिए केवल एक महिला पुलिस थी। गेट पर प्रदर्शन के बाद जब पार्षद दल महापौर को ज्ञापन सौंपने जाने लगा तो उन्हें पुलिस रोकने लगी और धक्कामुक्की के बीच पार्षद अंदर घुस गए। उनके आगे-आगे एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही महापौर की कुर्सी तक पहुंच गए और पार्षदों को धकियाने लगे। नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे के साथ भी धक्कामुक्की हुई। फिर हंगामा, नारेबाजी करते हुए पार्षद वहीं धरने पर बैठ गए।
मेयर ने खेद व्यक्त किया नेता प्रतिपक्ष मीनल ने महापौर के कमरे में पुलिस के रवैए पर सवाल उठाते हुए महापौर पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चुने हुए पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार करवाया जा रहा है। ये सब महापौर के इशारे पर हुआ है। महापौर ढेबर ने धक्कामुक्की की घटना पर खेद जताते हुए उनकी समस्याएं सुनी और जल संकट के समाधान का भरोसा दिलाया। इस दौरान पार्षदों ने एक-एक टैंकर वार्डों में और बढ़ाने के लिए कहा।
मृत्यंजय और सतनाम के बीच तू-तू मैं-मैं भाजपा पार्षदों ने कहा कि टैंकर के लिए 50 लाख रुपए टेंडर जारी किया गया है। परंतु वार्डों में पानी की सप्लाई नहीं की जा रही है। जबकि अमृत मिशन द्वारा पेयजल आपूर्ति और पाइप लाइन बिछाने की समय सीमा 30 मार्च थी,जो पूरी नहीं हुई है। जल्द पेयजल संकट दूर नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे। अमृत मिशन योजना में भ्रष्ट्राचार चल रहा है। इसी दौरान पार्षद मृत्यंजय दुबे ने वार्डों में नहीं घुसने देने की चेतावनी दी तो जल विभाग के अध्यक्ष सतनाम पनाग के बीच तू-तू, मैं-मैं से फिर हंगामा खड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि दो साल बाद भी सुंदरनगर में काम नहीं हुआ। पनाग ने कहा कि पैसा नहीं मिला था, अब निविदा जारी की गई है।