– वास्तु शास्त्र के अनुसार करवा चौथ ही पूजा हमेशा घर में बने मंदिर या फिर घर के हॉल में करना चाहिए। इससे पूजा का पुरा फल प्राप्त होता है।
– करवा चौथ की पूजा करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि जब आप खड़ें हो तो आपका मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की ओर हो। वास्तु के अनुसार इन दोनों दिशाओं को पूजा के लिए शुभ माना जाता है।
– जब करवा चौथ की पूजा के दौरान आप चंद्रमा को जल चढ़ाएं तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जल चढ़ाते समय हमारी दिशा उत्तर पश्चिम ही हो।
– करवा चौथ ही पूजा होने के बाद बचा हुआ अपना शेष समय आपको अपने पति के साथ बिताना चाहिए। ऐसा करने से पति और पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।
– करवा चौथ के दिन दोपहर का समय आपको अपने परिवार दोस्तों या फिर पति के साथ दक्षिण-पूर्व दिशा में बिताना चाहिए। इस दिशा को शुभ माना जाता है।
– करवा चौथ के व्रत के बाद उपवास तोड़ते समय पूर्व दिशा की ओर बैठकर खाना खाना चाहिए। इस दिशा को साकारात्मक उर्जा का प्रतीक माना जाता है।