16 जून तक मानसून के आने की संभावना जताई थी…
छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून के दस्तक के बाद प्रदेश में 16 जून तक मानसून के आने की संभावना जताई थी। लेकिन अबर सागर से उठे चक्रवात वायु तूफान ने मानसून की रफ्तार को धीमी कर दी। वायु तूफान की वजह से मानसून अभी तक केरल में रूका हुआ है। मगर प्रदेश में जिस तरह के सिस्टम बने हैं इससे ऐसा माना जा रहा है कि 20 जून तक मानसून के प्रदेश में दस्तक देने का पूर्वानुमान है।
सबसे पहले दक्षिण बस्तर में पहुंचेगा मानसून
मानसून दक्षिण बस्तर के रास्ते से राजधानी रायपुर होते हुए पूरे प्रदेश में फैल जाता है। ऐसा अनुमान है कि 22 जून तक पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाएगा। इधर मौसम विशेषज्ञ ये मानते हैं कि अगर वायु चक्रवात अरब सागर में बनने के बजाए हिंद महासागर में बनता तो आज पारा 40 डिग्री के नीचे होता। अब हिंद महासागर में कोई चक्रवात उठता है तो मानसून समय में पहुंच जाएगा।
मौसम विभाग ने जारी किया है लू अलर्ट
छत्तीसगढ़ में तापमान 45 से 46 डिग्री के आसपास बना हुआ है। इसे लेकर मौसम विभाग ने बीते चार दिनों से लू अलर्ट जारी कर रखा है। वहीं, आने वाले कुछ दिनों तक पूरे प्रदेश में ऐसी ही भीषण गर्मी पडऩे की चेतावनी जारी किया है। गुरुवार सुबह आसमान में हल्के बादल छाए रहे। जिसकी वजह से लोगों को उमस भरी गर्मी का एहसास हुआ। सुबह 9 बजे से ही गर्मी हवाएं चलनी शुरू हो गई। दूसरी ओर रात में भी लोगों को सुकून नहीं मिल रहा है।रात का पारा भी इस समय दो से सात डिग्री तक अधिक बना हुआ है।
समझें क्या होता है मानसून ब्रेक
मौसम विज्ञानी पोषण लाल देवांगन के मुताबिक मानसून (Monsoon) ब्रेक तब होता है जब मानसून (Monsoon in chhattisgarh) समूचे देश (Monsoon in india) में पहुंच जाए और उसके बाद बारिश (Rains) होनी बंद हो जाए। मगर अभी तो समूचे देश में मानसून (Monsoon update) पहुंचा ही नहीं है। अभी यह दक्षिण भारत (Monsoon in South india) में ही लगभग स्थिर जैसी स्थिति में है।