थाना-चौकी को दें सूचना
किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपना मकान किराये में सौंपने से पहले अच्छी तरह से जाँच कर लें। उनका आधार कार्ड तथा आईडी कार्ड का ओरिजनल कापी जरूर देख लें। किसी भी व्यक्ति को मकान किराये पर देने पर इसकी सूचना पुलिस को अवश्य देवे।
वेरिफिकेशन के फायदे
पुलिस के मुताबिक वेरिफिकेशन प्रकिया सुनने मात्र से संदिग्ध अथवा आपराधिक प्रवित्त के लोग पुलिस सत्यापन से बचने शहर से गायब ही हो जाते हैं।सत्यापन के दौरान यदि किसी व्यक्ति की किसी अन्य स्थान पर वांछित होने अथवा संलिप्तता होने पर पुलिस उसे पकड़ कर संबंधित थाने को सौंप सकती है।
पुलिस वेरिफिकेशन से संदिग्ध अथवा आपराधिक किस्म के लोगों का सही फार्म भरने से जरूरत पड़ने पर सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा किसी तरह के वारदात करके भागने पर पकड़ने में आसानी होती है।
सत्यापन हुआ जरूरी
कई आपराधिक पृष्टभूमि व बदमाश किस्म के लोगों की आवाजाही भी बढ़ी है। ऐसे में उनका पता लगाना काफी चुनौती पूर्ण होने के साथ ही आपराधिक घटनाओं में इनके लिप्त होने की जानकारी मिलने पर पुलिस वेरिफिकेशन व सत्यापन होने से उन्हें पकड़ने सुविधा होगी।
हर सप्ताह प्रगति रिपोर्ट
पुलिस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया के तहत शहर के किराए दारों की जानकारी ली जा रही है जिसमें प्रत्येक थाना के जवानों से उस इलाके में हुए सत्यापन की प्रगति रिपोर्ट लिया जा रहा है। बाहरी व्यक्तियों से बने प्रोफार्मा के तहत फार्म भरवाए जा रहे हैं।
नगरनार स्टील प्लांट से बढ़े किरायेदार
नगरनार स्टील प्लांट 2008 से निर्माणाधीन है इस दौरान यहां काम करने बिहार, उत्तरप्रदेश, एमपी, ओड़िसा, आंध्रप्रदेश सहित कर्नाटक व अन्य प्रांतों से हजारों की संख्या में शहर के अलावा आसपास के क्षेत्रों में लोग राह रहे हैं। इसके चलते यहां की जनता में असुरक्षा की भावना पनपी है। इसके अलावा यहां क्राइम अथवा अन्य गतिविधियों में बढ़ोतरी होने की शिकायत दर्ज की गई। यहां ठेका मजदूर के रूप में काम करने वालों की तादाद बढ़ने से बाहरी लोगों की आवाजाही बढ़ी है।
बस्तर जैसे संवेदनशील स्थान पर बाहरी व्यक्तियों को मकान किराये पर देने पर इसकी सूचना पुलिस को अवश्य दें। किराएदार का आधार कार्ड अथवा आईडी अच्छी तरह जांच कर लें। ताकि भविष्य की परेशानी से बचा जा सकें।
-निवेदिता पॉल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बस्तर