महिलाओं को दें मौका
नायडु ने कहा कि देश में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों से मन विचलित होने लगता है। जबकि हमारे संस्कार ऐसे कभी रहे नहीं। जितनी भी नदियां है वे महिलाओं के नाम पर हैं। महत्वपूर्ण देवियां नारियां ही रहीं हैं। उन्होंने हास्य का रस घोलते हुए कहा, पंचायतों से लेकर हर स्तर से महिलाओं को मौका मिलना चाहिए, फिर देखिए पतियों की गति क्या होती है। उन्होंने देश के युवाओं से आह्वान किया कि अलगाववाद और आतंकवाद से बचें। अपनी शक्ति देश के नवनिर्माण में लगाएं।
ब्रेकिंग के चक्कर में ऑलआउट न करें
नायडु ने इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा ब्रेकिंग न्यूज पर सवाल उठाते हुए कहा कि टीआरपी और कॉम्पीटीशन के चक्कर में कभी भ्रामक खबरें में चला दी जाती हैं, इससे लोगों में विश्वसनीयता कम होती है। इसलिए बे्रकिंग के चक्कर में ऑलआउट न करें। मीडिया का काम पब्लिक को जागरूक करना है। नेता कैसा हो इसकी भी जानकारी लोगों को देनी चाहिए।
सोशल मीडिया शस्त्र बन गया है
समारोह की अध्यक्षता कर रहे मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा, जर्नलिजम में सोशल मीडिया और आज की तकनीक शस्त्र बन गई है। आप बाइक पर बैठे-बैठे दुनिया-जहां की जानकारी जुटा सकते हैं। एक क्लिक में 100 साल का इतिहास देख सकते हैं। पत्रकार जो भी बोलता है या लिखता है उसे कई पीढिय़ां पढ़ती हैं। उसका मूल्यांकन करती हैं। ब्रेकिंग न्यूज के चक्कर में गुणवत्ता को दरकिनार नहीं किया जाना चाहिए। इस दौरान स्पीकर गौरीशंकर अग्रवाल, उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय,मंत्री बृजमोहन अग्रवाल , अजय चंद्राकर और सांसद रमेश बैस ट्रेडिनशन गेटअप में मौजूद रहे। इस दौरान विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं समेत कार्य परिषद और विद्या परिषद के सदस्यों व अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।
इन्हें मिला गोल्ड
मनोज कुमार भट्ट, बिचित्रानंद पंडा, योगेश वैष्णव, सुमेधा चौधरी हर्षित शर्मा, रविशंकर शर्मा, जुलिएट मोटवानी, शुभम रॉय, तनुज भवर, दीक्षा यादव, अर्चना चौहान, व्योमेश पांडेय, प्रवीण कुमार, अमरकांत गुप्ता, योगिनी दीपक हाटे, वर्षा शर्मा, दीप्ती साहू, प्रथमेश मनी त्रिपाठी, पार्थ शर्मा।
डिग्री पाकर खिले चेहरे
दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने वाले स्टूडेंट्स पगड़ी व साफा पहने हुए थे। इसमें एमफिल 2014-15 और 2016-17 के बीच पासआउट 23, पीजी के 122 और यूजी के 104 विद्यार्थियों को डिग्री दी गई। डिग्री पाकर सभी के चेहरों में खुशी देखी गई